Press "Enter" to skip to content

कोरोना के चौथे लहर से निपटने के लिए क्या है नीतीश सरकार तैयार?

देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर बिहार में सिविल सर्जनों को कोरोना जांच व टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

साथ ही मातृ-मृ’त्यु दर को कम करने एवं संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने हेतु भी हर संभव प्रयास करने पर जोर दिया गया है। इसके अलावा विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के तहत कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों को समय-समय पर दिए जाने वाले प्रशिक्षण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा गया।

गांधी मैदान स्थित ज्ञान भवन परिसर में स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में दो दिवसीय राज्य स्तरीय मासिक समीक्षा बैठक शुरू हुई। बैठक में पहले दिन 18 जिलों के सिविल सर्जन व अन्य वरीय अधिकारी शामिल हुए।

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सभी सिविल सर्जन को एईएस/जेई एवं कोरोना की रोकथाम को लेकर प्रभावी कदम उठाने पर विशेष जोर देने का निर्देश दिया।

बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति एवं वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई। मंत्री ने सभी राज्य कार्यक्रम पदाधिकारियों को स्वास्थ्य क्षेत्र में संचालित कार्यक्रमों की गति पर नजर रखते हुए जिलों में औचक निरीक्षण करने को भी कहा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने स्वास्थ्य क्षेत्र के कार्यक्रमों में तेजी लाने का निर्देश दिया।

Share This Article
More from COVID-19More posts in COVID-19 »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *