देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट का खतरा एक बार फिर बढ़ने की आशंका जताई जा रही हैं। दिल्ली में मार्च में कोविड संक्र’मित 442 मरीजों के नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग की गई और उन सभी में ओमिक्रॉन वायरस मिला हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से मार्च के बीच कोविड के कारण जा’न गं’वाने 578 लोगों के नमूनों का जीनोम सिक्वेंसिंग की गई थी जिनमें से 560 नमूनों (करीब 97 प्रतिशत) में ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया।प्रयोगशालाओं में मार्च में 776 नमूने पहुंचे, जिनमें से 442 नमूनों की ही जांच की जा सकी थी और इन सभी में ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया। किसी भी नमूने में वायरस के डेल्टा स्वरूप या उसके उप-वंश का वैरिएंट नहीं मिला है।
दिल्ली में कोविड के मामले निरंतर कम हो रहे हैं। 13 जनवरी को 28,867 के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छूने के बाद दिल्ली में कोरोना के मामलों की संख्या में गिरावट आई है। गुरुवार को 113 नए मामले मिले और संक्रमण दर 0.49 फीसदी रही।दिल्ली ने 14 जनवरी को पॉजिटिविटी रेट 30.6 प्रतिशत दर्ज किया गया था, जो महा’मारी की तीसरी लहर के दौरान सबसे अधिक था। महा’मारी की तीसरी लहर के दौरान दिल्ली में कोविड के मामलों में वृद्धि काफी हद तक वायरस के अत्यधिक तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण हुई थी।
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