बिहार के बक्सर जिला का एक गांव जबर्दस्त चर्चा में आ गया है। अक्सर हम गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक गीत सुनते हैं.. मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती, मेरे देश की धरती, लेकिन अब ऐसा लगता है ये गाना बक्सर के एक गांव पर सटीक बैठता है।
बक्सर के गिरिधर बराव गांव उस समय चर्चा में आ गया जब यहां खेत में खुदाई करते समय सोने के तीन प्राचीन सिक्के मिले। देखते ही देखते सोने की सिक्के देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। सिक्का निकलने के बाद पुलिस-प्रशासन ने खेत की घेराबंदी कर दी और इन सिक्कों को जब्त कर लिया। अब पुरातत्व विभाग इस जगह की जांच करेगी और उसके बाद पता चलेगा कि यहां और भी प्राचीन चीजें है या नहीं।
बक्सर के जिस खेत से सोने के सिक्के निकले है, वह जमीन बिहारी साह और हरिहर साह का है जिस पर गांव के ही धंनेश्वर महतो की पत्नी बिहसी देवी और उसका बेटा भीम महतो बटइया पर सब्जी की खेती कर रहे थे।
बिहसी अपने बेटे के साथ सब्जी की फसल उगाने के लिए खेत में बांस-बल्ली गाड़ रही थी। खुर्पी से गड्ढा करते समय उसने एक चमकती चीज को देखा तो उसके होश उड़ गए। उसने बताया कि उसने कभी सोचा ही नहीं था कि खेत में सोने की सिक्के मिल जाएंगें। अकसर ये बातें कहानियों में सुनने को मिलती थी। लेकिन इसकी सूचना गांव वालों ने पुलिस की दे दी।
सोना मिलने के बाद खेत की घे’राबंदी कर पुलिस बल तैनात किया गया है। लोगों को खुदाई करने से मना किया गया है। गांव वालों को पुरातत्व विभाग की टीम के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है।
वहां तैनात पुलिस ने बताया कि हम इस जमीन की देखरेख कर रहे हैं। बरामद सिक्कों को प्रसिद्ध राजा केशवा महाराज के काल से जोड़कर देखा जा रहा है। कुछ लोगों का मानना है कि जहां से सोने के सिक्के मिले हैं, वहां से महज 5 किलोमीटर दूर चेरो खरवार के वंशज रहते थे। लेकिन इसकी सही गुत्थी तो पुरात्तवविद ही सुलझा पाएगा।
Be First to Comment