बिहार : काजीवली चक वि’स्फोट की घटना ने जिसने आधा दर्जन परिवारों को बेघर कर दिया और 15 जान लील ली। उक्त मामले में पुलिसिया अनुसंधान कई पहलुओं पर चल रही है। जिसमें एक जांच बैंक खातों की जांच भी शामिल है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामले की जांच में अब पुलिस घटना में आ’रोपियों के बैंक खातों की जांच कर रही है। इसके लिये अलग से टीम का गठन किया गया है। उक्त टीम में खासतौर पर उन पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को रखा गया है जो कि पूर्व में इओयू में काम कर चुके हैं। मामले में सभी आरोपितों के आधार कार्ड के आधार और पैन कार्ड के आधार पर उनके बैंक खातों की जानकारी निकाली गयी है। जिसे खंगाला जायेगा। वहीं घटनास्थल से भी पुलिस ने कुछ बैंक के पासबुक और कुछ बैंक संबंधित चिरकुट और दस्तावेज बरामद किये हैं। इसके अलावा पुलिस को घटनास्थल से कुछ मोबाइल फोन भी मिले हैं, जिसके सीडीआर की जांच की जा रही है। एसएसपी बाबू राम ने बताया कि रविवार होने की वजह से इस बिंदु पर अभी जांच नहीं हो सकी थी। सोमवार को बैंक प्रबंधन से मिल कर इस सं’बंध में आ’रोपियों के बैंक खाते की जानकारी निकलवायी जायेगी। वि’स्फोट घटनास्थल के आसपास के लोगों और मृ’तक लीलावती और महेंद्र मंडल के करीबी से मिली जानकारी के अनुसार मो आजाद के लीलावती से जुड़ने के बाद अचानक लीलावती के रहन सहन और उसके का’रोबार में तेजी आ गयी थी। लोगों का मानना है कि मो आ’जाद के घर में बतौर रेंटर रह रही लीलावती देवी के अ’वैध प’टाखा और बारूद के का’रोबार में मो आजाद की भी हिस्सेदारी थी। लोगों का कहना है कि मोहम्मद आजाद लीलावती के अवैध बा’रूद के का’रोबार में फं’डिंग करता था। जिसके बाद से लीलावती भारी मात्रा में वि’स्फोटक सामग्री मंगाने लगी और पटाखा सहित कई अन्य विस्फोटक सामग्री का अ’वैध का’रोबार करने लगी।
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