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नारी सशक्तिकरण: पुलिस में महिलाओं की भागीदारी में टॉप पर हैं बिहार

गृह विभाग के आंकड़े के अनुसार, बिहार पुलिस में सिपाही, एएसआई व एसआई के पदों पर बीते 16 वर्षों में महिलाओं की तादाद 22 गुना से ज्यादा बढ़ी है।जानकारी के मुताबिक, बिहार पुलिस में साल 2005 में सिपाही से लेकर दारोगा तक मात्र 867 महिलाएं थीं। इनमें 805 सिपाही, 11 एएसआई और 51 एसआई के पद पर कार्यरत थीं। लेकिन  16 वर्षों में हालात बिल्कुल बदल गए हैं। वर्ष 2005 के मुकाबले इनकी संख्या में 22 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है।

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बिहार देश का पहला राज्य हैं जहां सिपाही से दारोगा तक की सीधी बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। साल 2013 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी घोषणा की थी, जिसके बाद महिलाएं बड़ी संख्या में पुलिस में शामिल हो रही हैं। आनेवाले दिनों में महिला पुलिसकर्मियों की तादाद और बढ़ेगी क्योंकि दारोगा-सार्जेंट के 2213 के अलावा सिपाही के 8415 पदों पर बहाली प्रक्रिया जारी है। वर्ष 2021 के आखिर तक बिहार पुलिस में इन तीन पदों पर महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 19 हजार 851 थी। इसमें सर्वाधिक 18 हजार 744 सिपाही, 225 एएसआई और 882 दारोगा हैं। वहीं जनवरी में नियुक्त की गई 833 महिला दारोगा को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 20 हजार 684 हो जाएगी।साल 2016 में भी महिला पुलिसकर्मियों की संख्या ठीकठाक थी। तब सिपाही, एएसआई और एसआई के पद पर कुल 6575 महिलाएं कार्यरत थीं। पर बीते पांच वर्षों में इनकी संख्या में करीब तीन गुना का इजाफा हुआ है। 

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