कोरोना वायरस का संक्रमण शहरों से बढ़कर गांवो में भी बढ़ने का अनुमान लगाया गया हैं। अभी तक संक्रमण से स्थिति गंभीर नहीं है लेकिन रोज नए संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही हैं जिसको ध्यान में रखते हुए ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में भी पहले से पूरी व्यवस्था की जा रही हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में सभी पीएचसी और एपीएचसी में बेड, ऑक्सीजन की उपलब्धता और दवाइयों की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिस तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, उसको देखते हुए यह तैयारी की जा रही है। डॉक्टर द्वारा बताया गया कि पटना जिले के सभी 23 पीएचसी और एसएचसी में कोरोना से संबंधित दवाओं का भंडारण भी किया जा चुका है। इसके अलावा यहां जांच की सुविधा भी लोगों को उपलब्ध कराई जाएगी।जानकारी के अनुसार, सिविल सर्जन ने बताया कि जिन कोरोना संक्रमितों को घर में आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं होगी, वे अपने नजदीकी आइसोलेशन सेंटर में आकर क्वारंटाइन रह सकते हैं। पालीगंज अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर अस्पताल में बेडों की संख्या बढ़ा दी गई है। मरीजों को परेशानी न हो इसके लिए सभी तरह के जांच की सुविधा अस्पताल परिसर में ही उपलब्ध कराई गई है। पर्याप्त मात्रा में जांच किट भी उपलब्ध है।
वहीं, दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डा. ने बताया कि अस्पताल में कोरोना की जांच निरंतर जारी है। जरूरी दवाएं जैसे कफ सीरफ, पैरासीटामोल, एलर्जी आदि की दवाएं उपलब्ध हैं। बावजूद तीन महीने की अग्रिम दवा के लिए मांग की गयी है।
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