Press "Enter" to skip to content

पटना : जाम में बुरे फंसे तेजस्वी यादव, ट्रैफिक हटवाने में सुरक्षाकर्मियों के छूटे पसीने

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को रविवार रात भीषण जाम का सामना करना पड़ा। तेजस्वी का काफिला घंटों तक ट्रैफिक में फंसा रहा। इस दौरान वो कार में मोबाइल पर टाइम पास करते दिखे। वहीं जाम को हटाने में सुरक्षाकर्मियों के पसीने छूट गए। इस दौरान पुलिसकर्मी भागते-दौड़ते नजर आए। वहीं नेता प्रतिपक्ष को घंटों जाम का सामना करना पड़ा। वैसे तो जाम झेलना आम आदमी की नियति बन गई है। लेकिन रविवार को वीआईपी लोगों को जाम से दो-चार होना पड़ा।दअसल तेजस्वी हाजीपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे, फिर उन्हें वहां से पटना जाना था। लेकिन इसी दौरान महात्मा गांधी सेतु पर भीषण जाम लग गया। तेजस्वी का काफिला भी जाम में फंस गया। जिसके बाद गाड़ियों को आगे निकलवाने में सुरक्षाकर्मियों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। तब कहीं जाकर तेजस्वी यादव जाम से बाहर निकल पाए।आपको बता दें हाजीपुर के महात्मा गांधी सेतु पर लगने वाला महाजाम लोगों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। रोजाना पटना जाकर ड्यूटी करने वाले राहगीरों को अब जाम रुला रहा है। प्रतिदिन देर रात से लेकर अगले दिन दोपहर तक सेतु पर जाम की स्थिति रहती है। कामकाजी दैनिक राहगीर अपने कार्यालयों में समय से नहीं पहुंच पा रहे हैं। समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने के कारण राहगीरों को गैरहाजिर होना पड़ रहा है।पटना के अगमकुंआ में निर्माण कार्य को लेकर सड़क जाम लगना मुख्य कारण बताया गया है। रात आठ बजे के बाद ट्राफिक पुलिस के जाते ही सड़क जाम लगने लगता है। राहगीरों ने जेपी सेतु पर सवारी बस और हाजीपुर-पटना के बीच रेलवे से सवारी गाड़ी चलवाने की मांग की है। सेतु पर सड़क जाम के कारण सबसे ज्यादा परेशानी बच्चे और महिलाओं को हो रही है। राहगीरों का कहना है कि जिला प्रशासन को बच्चे और महिलओं की परेशानियों का सहज अनुमान लगा सकते हैं।इससे पहले भागलपुर में कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के दौरान उन्होने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा कि 20 साल तक बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाकर बहुत मौका दे दिया। इस दौरान परिवर्तन के बजाय भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, अ’पराध यहां की जनता को मिला। 20 साल तक अगर एक ही बीज को जमीन में बोया जाए, तो उर्वरा शक्ति कमजोर और उत्पादन कम हो जाता है। ऐसे में नई नस्ल व नई फसल के लिए बिहार की सत्ता में बदलाव जरूरी है। राजद नेता ने कहा कि सत्ता में बदलाव होने पर नया बीज बिहार की उत्पादकता को बढ़ा देगा तो नई नस्ल के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, जनता को अपराधमुक्त समाज मिलेगा और विकास की नई इबारत गढ़ी जाएगी।

Share This Article
More from BIHARMore posts in BIHAR »
More from NewsMore posts in News »
More from PATNAMore posts in PATNA »
More from STATEMore posts in STATE »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *