मधेपुरा: बिहार के मधेपुरा जिले में खुले में शौच करना एक सरकारी कर्मचारी को भारी पड़ गया। इस मामले में उसे नोटिस भेजा गया है। और अगर 24 घंटे में स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। दरअसल ये मामला मधेपुरा के जिला कलेक्ट्रेट का है। जहां ऑफिस अटेंडेंट नंदन कुमार को सरकारी आवासीय परिसर में खुले में शौच करते वक्त डीएम विजय प्रकाश मीणा ने देख लिया।
जिसके बाद स्वच्छ भारत मिशन और लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत पर्यावरण प्रोटोकॉल का उल्लंघन और खुले में शौच करने के आरोप में नोटिस जारी किया गया है। मधेपुरा कलेक्ट्रेट में जिला गोपनीय शाखा के प्रभारी अधिकारी पंकज कुमार घोष द्वारा जारी किए गए लेटर में कहा गया है कि इससे संभावित स्वास्थ्य जोखिम भी पैदा हुआ है। साथ ही सरकारी आवासीय क्षेत्र में इस तरह के व्यवहार में शामिल होकर, आपने न केवल पर्यावरण मानदंडों का उल्लंघन किया है बल्कि स्वच्छ भारत मिशन के नियमों को तोड़ा है।
खुले में शौच करने के मामले में जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि नंदन कुमार की हरकते बिहार सेवा संहिता के प्रावधानों के विपरीत थी। उन्हें नोटिस मिलने के 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जा सकती है।
नोटिस की प्रतियां मधुपुरा जिले के सभी कार्यालय प्रमुखों और कर्मचारियों को सूचना और आवश्यक कार्रवाई के लिए जारी की गईं है। इसके अलावा, औपचारिक रिकॉर्ड और आगे के निर्देशों के लिए एक कॉपी डीएम को भेज दी गई है। हालांकि डीएम विजय प्रकाश मीणा ने इस रिपोर्ट के दाखिल होने तक न तो फोन कॉल का जवाब दिया और न ही व्हाट्सएप संदेशों का जवाब दिया। इस बीच, मधेपुरा जिला प्रशासन द्वारा संबंधित कर्मचारियों को दिया गया स्पष्टीकरण पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। और कई तरह के कमेंट्स भी भी सामने आ रहे हैं।
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