पटना: लालू यादव की पार्टी और बिहार में इंडिया गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका निभा रहे आरजेडी का चुनावी घोषणा पत्र सामने आते ही सियासी भूचाल आ गया है। शनिवार को पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में तेजस्वी यादव ने जगदानंद सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी, मनोज झा समेत कई नेताओं की मौजूदगी में आरजेडी का मेनिफेस्टो परिवर्तन पत्र जारी किया।
नेशनल लेवेल पर अपनी पार्टी का एजेंडा सेट करने और इंडी की सरकार बनने पर देश भर में एक करोड़ सरकारी नौकरी देने के आश्वासन पर एनडीए के सभी दल हम’लावर हैं। बिहार के पूर्व सीएम और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के चीफ जीतन राम मांझी ने आरजेडी के घोषणा पत्र का मजाक उड़ाया है। पूर्व सीएम ने तेजस्वी यादव को अमेरिका को भारत में मिला लेने सहित कई सुझाव दिए हैं।
सोशल मीडिया पर जीतन राम मांझी ने अपनी बात रखी है। उन्होंने व्यंग किया है कि ये मुद्दे राजद की घोषणा पत्र में शामिल नहीं किए जा सके। उन्होंने लिखा है-
राजद के घोषणा पत्र में शायद कुछ बातें छूट गई हैं,जो निम्नलिखित हैं:-
भारत में अमेरिका का विलय करेंगें
सूरज पश्चिम से उगाएंगें
समुद्र के पानी को मीठा बना देंगें
पहाड़ हवा में उड़ेगा।
अब जब तेजस्वी यादव जी को पता है कि उनकी सरकार बन ही नही रही तो वह कुछ भी घोषणा कर सकतें हैं।
इससे पहले एनडीए के अन्य घटक दलों ने भी तेजस्वी के बयान और राजद के परिवर्तन पत्र पर सवाल उठाया। जेडीयू प्रवक्ता नीरज ने कहा कि तेजस्वी यादव की पार्टी मात्र 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। अब इतनी कम सीटों पर चुनाव लड़ने वाले नेता देश का एजेंडा सेट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि- अपना रामा-दामा और दूसरे का गिरथामा। तेजस्वी यादव से जेडीयू नेता ने पूछा कि आरजेडी की राजनीति में औकात ही क्या है। राजद पर अपने सहयोगी दलों कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों की अवहेलना का भी आरोप लगाया। कहा कि तेजस्वी यादव ने सहयोगी दलों को इस लायक भी नहीं समझा कि घोषणा पत्र जारी वक्त करते उन दलों के नेताओं को बगल में बैठाया जाए।
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