बिहार में नीतीश सरकार के फ्लोर टेस्ट से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी जेडीयू के विधायकों को पटना बुला लिया है। मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर शनिवार को भोज आयोजित किया गया है। इस बहाने नीतीश अपना शक्ति परीक्षण करने जा रहे हैं। आरजेडी के खेला होगा के दावे के बीच नीतीश ने विधायकों को एकजुट रखने की कवायद शुरू की है। मंत्री श्रवण कुमार के पटना स्थित आवास पर जेडीयू विधायकों का जुटना शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे। रविवार को जेडीयू विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है।
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार का 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में बहुमत परीक्षण होगा। विपक्षी पार्टी आरजेडी के नेता खेला होने का दावा कर रहे हैं। इससे जेडीयू सतर्क हो गई है। पार्टी ने यह आरोप भी लगाया कि उनके विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है। मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जेडीयू विधायकों को फोन आ रहे हैं, उनसे मिलने के लिए ठेकेदार जा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि जेडीयू के सभी विधायक एकजुट हैं और पार्टी नेतृत्व के संपर्क में हैं।
बताया जा रहा है कि 35 से ज्यादा विधायक मंत्री के आवास पर पहुंच गए हैं। कुछ विधायक बाहर हैं, वे भी शाम तक पहुंच सकते हैं। बता दें कि बिहार विधानसभा में जेडीयू के 45 विधायक हैं। अगर कोई विधायक भोज में नहीं आता है तो उनसे संपर्क किया जाएगा। क्योंकि बहुमत परीक्षण के दौरान नीतीश की पार्टी कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती है।
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