पटना: बिहार प्रचंड शीतलहर से थरथरा रहा है. ठंड की वजह से पूरे प्रदेश में लोग ठिठुर रहे हैं। बर्फीली पछुआ हवा के कारण इसमें लगातार कमी हो रही है और इसमें अभी राहत मिलने के आसार नहीं हैं. मौसम विभाग की ओर से लगातार शीतलहर से बचने की चेतवानी जारी की जा रही है. रविवार (14 जनवरी) की दोपहर 12 बजे के बाद धूप की आहट के साथ लोगों को राहत जरूर मिली लेकिन शाम चार बजे के बाद सर्दी का सितम तेज हो गया. मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 4.1 डिग्री अधिक है।
रविवार को प्रदेश का सर्वाधिक तापमान 20 डिग्री सेल्सियस मोतिहारी जिले में दर्ज किया गया. जबकि प्रदेश का सबसे ठंडा शहर सबौर रहा. यहां न्यूनतम तापमान 5 डिग्री पर आ गया, जबकि अधिकतम पारा 17 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं पटना सहित 19 शहरों के अधिकतम तापमान में वृद्धि और 12 में गिरावट आई है. इनमें खगड़िया में सबसे अधिक 3.4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई।
इस कड़ाके की ठंडी का सबसे बड़ा कारण बर्फीली पछुआ हवा है. घने कुहासे के बीच 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही पछुआ हवाओं की वजह से मौसम का यह हाल है. मौसम विज्ञान केंद्र से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आज यानी सोमवार (15 जनवरी) राज्य के अधिकांश स्थानों में शीत दिवस होने की संभावना है. आज बिहार के सभी जिलों में घना कुहासा के साथ शीत दिवस जैसी स्थिती बनी हुई है. हालांकि, 16 जनवरी से मौसम में बदलाव होना शुरू होगा और इस कड़ाके की ठंड से लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है.
ठंड व कोहरे का सितम रेल परिचालन पर इस कदर पड़ा है कि ट्रेनें रिकार्ड लेट चलने लगी है. कोहरे की वजह से राजधानी व वैशाली जैसी महत्वपूर्ण ट्रेन भी समय की पटरी से पिछड़ गई है. लेटलतीफी के कारण हालात ऐसे बन गए हैं कि कई ट्रेनें 24 घंटे बाद स्टेशनों पर पहुंची. इससे यात्रियों में काफी कन्फ्यूजन देखने को मिल. ट्रेन लेट की स्थिति ऐसी है कि रेलवे बोर्ड से संचालित प्रतिष्ठित ट्रेन वैशाली सूपरफास्ट एक्सप्रेस रविवार को 24 घंटे लेट बेगूसराय स्टेशन पहुंची. यह ट्रेन शनिवार को ही बेगूसराय पहुंचने वाली थी, लेकिन देरी के कारण रविवार को पहुंची.
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