जनकपुर से भार यात्रा लेकर अयोध्या के लिए चला श्रद्धालुओं के जत्था का भारत के रक्सौल बॉर्डर में प्रवेश करते ही जबरदस्त स्वागत हुआ। पूरा वातावरण जय श्री राम व जय सिया राम से गूंज उठा। शंख फूंके गए, सिंगा व घंटे बजाए गए। गीत नृत्य से राम भक्त झूमते नजर आएं। दोनो देशों का राष्ट्रीय झंडा भी खूब लहराया गया। रक्सौल वीरगंज मैत्री पुल से रक्सौल वासियों ने इस ऐतिहासिक यात्रा का अदभुत स्वागत किया। मंगलगान और पुष्प वर्षा के बीच जबर्दस्त स्वागत से जनकपुर से वीरगंज रक्सौल होते हुए अयोध्या को निकले भार यात्रा में सहभागी गद गद दिखे। पिछले दस दिनों में यह नेपालवासियो की राम जन्मभूमि के लिए यह दूसरी यात्रा थी,जिसमे आस्था का सागर उमड़ा व भारत नेपाल मैत्री के साथ त्रेतायूगीन संबंध 21वीं सदी में भी जीवंत हो उठा।
इससे पहले नेपाल की नदियों का संकलित जल शोभा यात्रा के रूप में जनकपुर से वीरगंज होते अयोध्या गया था । ये भार माता जानकी के मायके से मिथिला की परंपरा के तहत जनकपुर जानकी मंदिर के महंत राम रौशन दास के नेतृत्व में माता सीता के ससुराल अयोध्या जा रहा है। तीन ट्रक पर लदे फल, मिठाई, वस्त्र, आभूषण आदि सामान के अलावा जत्था में शामिल वाहनों पर भी रखे गए हैं। जो अयोध्या धाम में एकत्रित होगा।अब भार 1100 से बढ़कर 5100 के करीब हो गया है। फूल मालाओं से सुसज्जित ट्रक पर भार के साथ राम जानकी की झांकी के रथ के साथ बड़ी संख्या में वाहन अयोध्या के लिए प्रस्थान किए गए ।
भार के साथ जानकी मंदिर के महंत राम रोशन दास के नेतृत्व में भार यात्रा कमेटी के मनोज चौधरी,ललित शाह,प्रमोद चौधरी,नरेश प्रसाद सिंह, विक्रम यादव,राजेश कर्ण, रामजी राय ,राम युवा कमिटी के अध्यक्ष परमेश्वर साह, महावीर युवा कमिटी के अध्यक्ष अजय कुमार गुप्ता, विश्व हिन्दू परिषद धनुषा जिला के अध्यक्ष संतोष साह, रामानन्दीय, बैष्णव संघ के सदस्यों की सहभागिता के साथ जनकपुरधाम के मठ मंदिर के साधु -संत,महंत की सहभागिता है। इस ऐतिहासिक भार यात्रा का रक्सौल में जबरदस्त स्वागत हुआ।
Be First to Comment