पटना: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक बार फिर शिक्षकों को चेतावनी दी है कि उन्हें स्कूल के पास रहकर ही नौकरी करनी होगी। बीपीएससी से चयनित शिक्षकों को पाठक ने कहा कि उनकी पोस्टिंग गांव में हुई है। अगर वे गांव में ही स्कूल के 15 किलोमीटर के दायरे में रह सकते हैं। अगर ऐसा नहीं कर सकते हैं तो उनकी नौकरी जाएगी।
एसीएस केके पाठक ने गुरुवार को बक्सर जिले के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने देर शाम डुमरांव के जिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान (डायट) का निरीक्षण किया। वहां प्रशिक्षण ले रहे शिक्षकों से उन्होंने मुलाकात की। पाठक ने उनसे कहा कि गांव में शिक्षा के विकास लिए शिक्षकों की पोस्टिंग की गई है। वे अपने स्कूल से 15 किलोमीटर के दायरे में रह सकते हैं। जो गांव में नहीं रहना चाहते वे जा सकते हैं, विकल्प खुला हुआ है। सभी से उन्होंने प्रशिक्षण लेने में कोई परेशानी तो नहीं हो रही है, इसकी जानकारी ली। सभी शिक्षकों ने खुलकर उनसे बात की।
अपर मुख्य सचिव ने सभी क्लास रूम का भी निरीक्षण किया। फिर किचन रूम को देख रसोइये से बात की। केके पाठक ने सभी प्रशिक्षण ले रहे शिक्षकों से कहा कि गांव में रहकर बच्चों को पढ़ाने में उन्हें बहुत आनंद मिलेगा और ग्रामीणों का प्यार भी मिलेगा। वे पदस्थापित स्कूल से ज्यादा दूर नहीं रहें, इससे उन्हें ही परेशानी नहीं होगी। स्कूल से ज्यादा से ज्यादा 15 किलोमीटर की दूरी पर रह सकते हैं, इससे वे परेशानी से बच जाएंगे और स्कूल में ज्यादा समय दे सकेंगे।
पाठक ने कहा कि शिक्षकों को यहां कंप्यूटर का प्रशिक्षण मिल रहा है। अब प्राइमरी स्कूलों में भी कंप्यूटर लग रहे हैं। गांव-गांव स्कूलों में कंप्यूटर की पढ़ाई होगी। इसलिए उन्हें डायट में इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। केके पाठक ने ट्रेनिंग ले रहे सभी शिक्षकों से खुलकर बात की। इस मौके पर डीएम अंशुल अग्रवाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार के अलावा डायट प्राचार्य विवेक कुमार मौर्य, एसडीओ कुमार पंकज भी मौजूद रहे।
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