पटना: बिहार में इस बार का डेंगू मरीजों के लिए कई परेशानियों का कारण बन रहा है। पहले की तुलना में इस वर्ष संख्या भले कम हो लेकिन डेंगू की गंभीरता इस बार ज्यादा है। पहले से ज्यादा गंभीर अवस्था में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। डेंगू पीड़ित कई गंभीर लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। उनमें फेफड़े में पानी, लिवर में सूजन, पेट फूलने, पीलिया, सांस, दिमागी बुखार (मेनिनजाइटिस), पेट में भारीपन जैसी समस्याओं के साथ तेज बुखार पाया जा रहा है।
चिकित्सकों ने बताया कि बुखार होने पर चक्कर आने की शिकायत हो सकती है। ऐेसे में ज्यादा चलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। शरीर पर लाल चकता, मसूड़े, नाक अथवा शौच के दौरान खून का रिसाव हो तो तत्काल अस्पताल पहुंचना चाहिए। खून जांच के दौरान प्लेटलेट्स पर नजर बनाए रखनी चाहिए। इसमें ज्यादा गिरावट दिखे तो डॉक्टर से तत्काल सलाह लेनी चाहिए। कुछ लक्षणों पर ध्यान दिया जाए तो डेंगू की पहचान शुरुआत में ही हो जाती है। तब बाद की उपरोक्त परेशानियों से बचा जा सकता है।
तेज बुखार होना
आंखों के चारों ओर दर्द,
पेट के दाहिने हिस्से में दर्द
पैरों की मांसपेशियों (काफ मसल्स) में दर्द
अगर ये लक्षण दिखें तो सतर्क हो जाएं और सिर्फ पारासिटामोल छोड़ कोई अन्य दवा ना लें। खूब पानी पीएं। तरल पदार्थों का सेवन बढ़ा देने, सुपाच्य गीला खाना खाने से राहत मिलती है। बिहार में पिछले 24 घंटे में 310 डेंगू के नए मरीज मिले। इसके साथ ही इस वर्ष डेंगू मरीजों के मिलने की संख्या 13 हजार 914 हो गई है। इसमें से केवल अक्टूबर में ही 7179 मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पटना में सबसे अधिक 184 डेंगू के मरीज मिले। अब कुल पीड़ितों की संख्या 5732 पर पहुंच गई है।
Be First to Comment