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किशनगंज के फ्लाईओवर में कहां फंसा है पेच? सफर के लिए इंतजार और बढ़ा

किशनगंज: किशनगंज शहर के बीचोंबीच गुजर रही एनएच 27 पर नवनिर्मित फ्लाईओवर के सफर पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। इसके तैयार होने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि फ्लाईओवर पर फर्राटे से गाड़ियां दौड़ने लगेंगी। हाल ही में अगुवानी पुल ढहने के बाद से एनएचएआई अब कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। इस कारण वह हर पहलू की जांच के बाद ही फ्लाईओवर पर परिचालन शुरू कराएगी। फ्लाईओवर के निर्माण से जुड़े दस्तावेजों की जांच एनएचएआई की तकनीकी टीम से कराई जाएगी। विशेषज्ञों की टीम फ्लाईओवर में लगे पिलर, डिजाइन, फांउडेशन, मैटेरियल, मिट्टी की जांच संबंधी दस्तावेज की जांच करेगी। इसके बाद तकनीकी टीम के पॉजिटिव सिग्नल मिलने के बाद ही पुल पर परिचालन शुरू कराया जाएगा।

किशनगंज दिसंबर में चालू हो जाएगा फ्लाई ओवर एनएच 27 पर तीन किमी लंबा पुल  बनकर तैयार Rs 129 करोड़ लगे - Kishanganj: Flyover will be operational in  December, three km long

एसपी सिंगला कंपनी बना रही फ्लाईओवर
एनएचएआई के अधीन इस नवनिर्मित फ्लाईओवर की निर्माण एजेंसी भी एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन ही है। इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से इसकी हर तरह से जांच करवाई जा रही है। बताते चलें कि पिछले जून माह में ही एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन द्वारा निर्माणाधीन अगुवानी घाट-सुल्तानगंज पुल ताश के पत्ते की तरह ढह गया था। पुल के चार फांउडेशन व सब स्ट्रक्चर पूरी तरह गंगा में समा गये थे।

पुल का एक हिस्सा पहले भी टूट कर गिरा था। इसके ढहने के बाद से ही एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। इसलिए एनएचएआई लोगों की सुरक्षा को लेकर अब कोई गलती नहीं दोहराना चाहती है। हर तरह से जांच-परख के बाद ही इस नव निर्मित फ्लाईओवर पर यातायात शुरू कराया जाएगा।

After all when will the journey start on the newly constructed flyover -  आखिर कब होगा नवनिर्मित फ्लाई ओवर पर सफर की शुरुआत

26 जून को फ्लाईओवर की हुई थी जांच 
गलगलिया-अररिया निर्माणाधीन फोरलेन सड़क पर गंभीरगढ़ के समीप बन रहा पुल का पाया धंस गया था। मामले की जांच करने 26 जून को दिल्ली से एनएचएआई के तकनीकी विशेषज्ञों की टीम वहां पहुंची थी। लौटने के बाद टीम ने किशनगंज में नवनिर्मित फ्लाईओवर की जांच की थी। तब टीम के विशेषज्ञ ने इस पर कुछ भी बोलने से परहेज किया था।

जांच टीम के टेक्निकल एक्सपर्ट में टंडन कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के एक्सपर्ट महेश टंडन, रिटायर्ड एडीजी नॉर्थ एनएचएआई आरके पांडेय, मेसर्स कंन्सट्रूमा लिमिटेड के एच सुब्बाराव, एडीजी रिटायर्ड नॉर्थ एके श्रीवास्तव, एलएंडटी इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग लिमिटेड के वेंकटराम पीजी और रिटायर्ड प्रोजेक्ट टेक्निकल ऑफिसर ब्रिज सीआरआरआई एसके शर्मा शामिल थे।

129 करोड़ से बना है  3.02 किमी लंबा फ्लाईओवर 
एनएचएआई द्वारा स्टेशन मालगोदाम के सामने से फरिंगोला एसएसबी कैंप के समीप तक निर्मित फ्लाईओवर का वर्ष 2018 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था। 2019 में इसके पूरा होने की तिथि रखी गयी थी। लेकिन कोरोना काल में लॉकडाउन से इसका काम प्रभावित रहा था। वर्ष 2023 के मई महीने में इसका काम पूर्ण हुआ है। वर्षों से लोग इस नवनिर्मित फ्लाईओवर पर  सफर शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। 3.02 किमी लंबे इस फ्लाईओवर पर 129 करोड़ रुपए की लागत आई है। अभी शहर के बीच गुजर रही एनएच 27 पर पहले से एक फ्लाईओवर बना है। उसपर दोनों ओर से गाड़ियों का परिचालन हो रहा है। जिस कारण अक्सर वाहन दुर्घटना या खराब होने से जाम की समस्या रहती है। इससे जाम भी लगता है।

इस बाबत एनएचएआई के पूर्णिया डिवीजन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि किशनगंज स्थित एनएच 27 पर नवनिर्मित फ्लाईओवर पर यातायात शुरू कराने का प्रयास किया जा रहा है। अभी इस फ्लाईओवर से जुड़े तकनीकी दस्तावेजों की जांच के लिए तकनीकी विशेषज्ञ की टीम ने पुल निर्माण निगम से दस्तावेज मांगे हैं। टीम की जांच के बाद हरी झंडी मिलने पर ही यातायात शुरू हो पाएगा।

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