चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने जनसुराज अभियान को राजनीतिक रंग देना शुरू कर दिया है। पीके के जनसुराज से जुड़े नेताओं ने शुक्रवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने जनता को नए बिहार के सपने दिखाए और कहा कि आने वाले समय में बिहारी कहने पर लोगों को गर्व होगा। एमएलसी आफाक अहमद और सच्चिदानंद राय ने नीतीश सरकार से शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी भी दी। बता दें कि पीके अभी बिहार में जनसुराज पदयात्रा निकाल रहे हैं।
नवनिर्वाचित विधान पार्षद आफाक अहमद और एमएलसी सच्चिदानंद राय समेत पूर्व आईपीएस अधिकारी राकेश मिश्रा ने शुक्रवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। ये सभी प्रशांत किशोर के जनसुराज अभियान से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि जनसुराज ने नया बिहार बनाने का संकल्प लिया है। इसके लिए शिक्षा को हथियार बनाया जाएगा। सभी ने नीतीश सरकार से राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने की अपील की। साथ ही कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे आंदोलन करेंगे।
हाल ही में एमएलसी चुनाव जीतने वाले पीके के समर्थक आफाक अहमद ने कहा कि राज्य सरकार सुधार की दिशा में पहल करे। नहीं तो राज्य के लोग नया विकल्प तलाशने को विवश होंगे। पूर्व आईपीएस राकेश मिश्रा ने कहा कि नया बिहार बनाना ही हमारा लक्ष्य है। इसके लिए युवा शक्ति को और सशक्त बनाया जाएगा। इस पीसी में एमएलसी महेश्वर सिंह के शामिल होने का भी कार्यक्रम था, करीब आधे घंटे तक उनका इंतजार किया गया लेकिन वे नहीं आए।
‘बिहारियों को अपमान नहीं झेलना पड़ेगा’
एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा कि जनसुराज अभियान को अपार जनसमर्थन मिल रहा है। बिहार बदलाव की राह पर है। वो समय आ रहा है, जब खुद को बिहारी कहने पर गर्व होगा। बिहार के बाहर रहने वालों को अपमान नहीं झेलना होगा। बिहार अपने पैरों पर खड़ा होगा। बिहार के बदलाव को कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने प्रशांत किशोर को तपस्वी बताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वास्तविक पदयात्रा तो पीके कर रहे है, जो गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं।
Be First to Comment