गया: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर पूर्ण शरा’बबंदी कानून लागू है। लेकिन श’राब मा’फिया नए नए तरीके अपना कर न सिर्फ श’राब का कारोबार कर हैं बल्कि, अपनी चाल से प्रशासन को हैरत में डाल रहे हैं। श’राब माफि’या की जुगाड़ टेक्टनिक से पुलिस और उत्पाद विभाग हैरान है। गया से एक ऐसा ही मामला गया सामने आया है। एक एंबुलेंस में रखे गए ताबूत को जब उत्पाद टीम ने खोला तो सबके होश उड़ गए। दरअसल गया एक्साइज डिपार्टमेंट के अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली कि मा’फिया झारखंड से श’राब की बड़ी खेप को बिहार में प्रवेश दिलाने की फिराक में हैं। टीम बनाकर सभी चेक पोस्ट पर उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों को तैनात कर दिया गया। एक चेक पोस्ट पर झारखंड की ओर से आर रहे एंबुलेंस को टीम ने रविवार की देर रात रोका। गाड़ी में डेड बॉडी होने की बात बताई गई।
झारखंड से आ रही एम्बुलेंस पर उत्पाद टीम को शक था। गाड़ी में लदे ताबूत की चौड़ाई देखकर उनका शक और गहरा गया। एम्बुलेंस में लदे ताबूत को जब खोला गया तो वहां मौजूद सभी लोग चौंक पड़े। ताबूत में लाश की जगह शरा’ब की बोतलें सजा कर रखी गई थीं। ताबूत से 240 बोतल विदेशी श’राब निकलीं। एक्साइज टीम ने एंबुलेंस समेत शरा’ब को जब्त कर लिया। झारखंड के दो त’स्करों को भी गिर’फ्तार कर लिया गया। गाड़ी मुजफ्परपुर की है। पूछताछ में पता चला कि शरा’ब की खेप रांची से मुजफ्फरपुर जा रही थी।
उत्पाद चेक पोस्ट पर तैनात इंस्पेक्टर दीपक कुमार सिंह ने कार्रवाई की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि देर रात डोभी थाना क्षेत्र के धीरजा पुल के पास शक के आधार पर एम्बुलेंस को रोका गया। उसमें चौड़ा ताबूत देखकर शक हुआ। चालक और साथ बैठे एक युवक को ताबूत खोलने के लिए कहा तो बोला कि इसमें श’व है। त’स्करों ने अपनी बात को साबित करने के लिए रोते-बिलखते परिजनों से भी बात करायी। लेकिन, जब ताबूत खोला है कागज में लिपटीं शराब की बोतलें निकलीं। गिरफ्तार तस्कर चतरा और रांची के हैं। दोनों से पूछताछ की जा रही है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि रांची में इन दोनों को शराब भरकर एम्बुलेंस दिया गया। उन्हें मुजफ्फरपुर जाने को कहा गया था। मामले में प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। उत्पाद टीम रांची और मुजफ्फरपुर के तस्करों की पहचान में जुट गई है।
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