पटना: होली के बाद बिहार विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से फिर शुरू हुआ। आज के सत्र में बिहार में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का मामला विधानसभा में जोर-शोर से उठाया गया। बीजेपी के विधायक ललन कुमार ने यह मामला सदन में उठाया। विपक्षी विधायक के सवाल पर मुख्यमंत्री ने आगे बढ़कर जवाब दिया। नीतीश कुमार ने कहा कि जब राज्य की सरकार में जब हम और आप साथ थे, तभी यह योजना जोर शोर से चली थी।
सीएम ने कहा कि इसमें बहुत सारे महिलाओं को उद्यमी बनने का मौका दिया गया था। राज्य भर में उद्योग विभाग द्वारा चयनित उद्यमियों को 10 लाख की पूंजी दी गई। जिसमें 50 लाख अनुदान और 50 लाख का कर्ज है। नीतीश कुमार ने बीजेपी सदस्य से पूछा कि आप लोग यह भूल क्यों गए? मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना सभी का है। उद्यमी योजना के तहत सभी वर्गों के लिए अनुदान और ऋण का इंतजाम है। अगर कोई अल्पसंख्यक है या महिला है या किसी अन्य वर्ग के जरूरतमंद हैं तो उनको बता दीजिए। सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी के विधायकों से मुखातिब होते हुए कहा सभी योग्य लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा। उद्योग विभाग इस दिशा में अपना काम कर रहा है।
बिहार में उद्योग धंधा विकसित करने और नए उद्यमियों को मौका देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की शुरुआत की गई है। एनडीए सरकार के समय में ही यह योजना लाई गई थी। इसके तहत इच्छुक युवाओं को 10 लाख की पूंजी दी जाती है। इसमें 5 अनुदान के तौर पर मिलते हैं जबकि 5 लाख कर्ज के रूप में दिए जाते हैं। हर जिले में जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से योग्य उद्यमियों का चयन किया जाता है। नीतीश कुमार ने कहा कि 2018 में इस योजना में सिर्फ एससी एसटी वर्ग के लोगों को मौका दिया जाता था। 2020 में ईबीसी को जोड़ा गया। और 2021 से सभी वर्ग के योग्य महिलाओं को मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ दिया जा रहा है।
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