बिहार: सहरसा और सुपौल के हेड पोस्ट ऑफिस में करोड़ों रुपये का ग’बन हुआ था। इस मामले की जांच के लिए आज तीसरी बार सीबीआई की टीम सहरसा पहुंची। डाक विभाग के कर्मी मुकेश मिश्रा के सराही स्थित आवास पर पहुंची सीबीआई टीम मामले की जांच कर रही है। वही इससे पहले मीडिया को देख डाकघर के बाहर से ही टीम लौट गयी।
ग’बन के इस मामले को लेकर पोस्ट मास्टर जेनरल पटना सर्किल ने पूर्व में इसकी जांच को लेकर सीबीआई को पत्र भेजा था। जिस आलोक में जांच के लिए सीबीआई टीम पहुंची। इससे पहले भी टीम दो बार पहुंच चुकी है। गब’न के आ’रोप में तत्कालीन हेड पोस्ट ऑफिस सहरसा के पोस्ट मास्टर राजेश कुमार को पूर्व में ही निलंबित कर दिया गया था। जबकि इनके साथ 14 अन्य कर्मियों को भी पूर्व में निलंबित किया जा चुका है।
पोस्ट ऑफिस सहरसा के तत्कालीन पोस्ट मास्टर राजेश कुमार को सरकारी राशि के ग’बन का मुख्य आरो’पी बनाया गया है एवं इस गब’न का मास्टरमाइंड भी विभाग द्वारा इन्हें करार दिया गया है। ग’बन की जांच तत्कालीन पोस्ट मास्टर जनरल अदनान अहमद द्वारा फरवरी माह में की गई थी। जिसमें तीन करोड़ 30 लाख के सरकारी राशि के गब’न का मामला उजागर हुआ था।
जिसे लेकर पोस्ट मास्टर जनरल ने पोस्ट ऑफिस सहरसा के पोस्ट मास्टर को मास्टमाइंड मानते हुए राजेश कुमार को निलंबित कर दिया था। साथ ही उनके सहयोग के लिए 14 अन्य कर्मियों को भी निलं’बित किया गया था। मुख्य आरो’पी सहरसा हेड पोस्ट आफिस के तत्कालीन पोस्टमास्टर राजेश कुमार को मुख्य आरो’पी बनाया गया।
जांच के दौरान सहरसा हेड पोस्ट आफिस में एक करोड़ 90 लाख एवं सुपौल हेड पोस्ट आफिस में एक करोड़ 30 लाख के सरकारी राशि के ग’बन का मामला उजागर हुआ। जिसपर कार्रवाई करते तत्काल 14 अन्य कर्मियों की संलिप्तता पाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया।
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