पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं… इस मुहावरे को पटना जिले के मसौढ़ी प्रखंड के रहने वाले कक्षा 3 की छात्र बॉबी राज ने चरितार्थ कर दिया है। बॉबी को दसवीं तक के पाठ्यक्रम का गणित मुंह जुबानी याद है और वह इस वर्ग के छात्रों को गणित पढ़ाता भी है। बड़े ही सरल तरीके से बॉबी गणित के सूत्रों को सुलझा देता है। खान सर को बॉबी अपना आदर्श मानता है। इलाके के लोग भी बॉबी को छोटे खान सर के नाम से पुकारते हैं।
मसौढी प्रखंड के चपौर गांव के बॉबी राज के पिता राजकुमार और मां चंद्रप्रभा कुमारी ने अपने मकान में ही 2018 से एक साधारण स्कूल खोल रखा है। पांच कमरों के इस स्कूल में वर्ग एक से लेकर दसवीं तक की पढ़ाई होती है। गांव के बच्चे इस स्कूल में पढ़ते हैं। स्कूल की फीस काफी कम है, जिससे शिक्षक भी कम रखे गए है। सीनियर क्लास की छात्र-छात्राएं ही जूनियर वर्ग में पढ़ाती है। स्कूल का समय खत्म होने के बाद बच्चों के लिए ट्यूशन की भी व्यवस्था है।
बीते 21 सितंबर को पटना के बापू सभागार में अभिनेता सोनू सूद आए थे। बॉबी राज अपने माता पिता से जिद कर उस कार्यक्रम में शामिल हुआ था। वहां उसने किसी तरह सोनू सूद के पास एक पर्ची भेज खुद को मंच पर बुलाने का आग्रह किया था। सोनू सूद ने उसे मंच पर बुलाया था। तब उसने मंच से कविता पाठ किया था। सोनू सूद उसकी प्रतिभा से काफी प्रभावित हुए थे।
बॉबी राज माता-पिता की इकलौती संतान है। उसके पिता दिव्यांग हैं। बॉबी यूट्यूब पर पढ़ाई के वीडियो खूब देखता है। बड़ा होकर वह वैज्ञानिक बनना चाहता है। बॉबी की मां चंद्रप्रभा बताती हैं कि पिछले साल कोविड के कारण लॉकडाउन में वह पड़ोस के साथियों के साथ गणित के प्रश्न हल करता था। बॉबी का कहना है कि मुझे मम्मी-पापा और मेरी दीदीयां पढ़ाती हैं।
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