रेलवे में लैंड फॉर जॉब स्कैम में सीबीआई ने आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव करीबी भोला यादव के साथ रेलवे कर्मचारी हृदयानंद को भी गिरफ्तार किया। दोनों को रिमांड पर भेजा गया है। इस केस में लालू की बेटी हेमा यादव का नाम भी सामने आया है।
आरोप है कि हृदयानंद ने हेमा को बहन बताकर उन्हें पटना में जमीन गिफ्ट की थी। इसके बाद हृदयानंद चौधरी को रेलवे में नौकरी मिली थी। सीबीआई रलवे भर्ती घोटाले की जांच कर रही है।
हृदयानंद मूलरूप से गोपालगंज जिले के मीरगंज थाने में इटवा का रहना वाला है। वह अभी पटना में राजेंद्र नगर टर्मिनल रेववे स्टेशन पर कार्यरत है। सीबीआई के मुताबिक 29 मार्च 2008 को पटना के महुआबाग निवासी बृज नंदन राय ने 3375 वर्कफीट जमीन बेची थी। इसे पहले ही हृदयानंद की 2005 में पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर में नियुक्ति हो गई थी।
जांच में पता चला कि हृदयानंद ने 2014 में यह जमीन पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी हेमा को गिफ्ट में दे दिया। उस समय सर्किल रेट के हिसाब से जमीन की कीमत करीब 62 लाख रुपये थी। जांच में पता चला है कि हृदयानंद की लालू परिवार से कोई रिश्तेदारी नहीं है।
बता दें कि रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने का कथित घोटाला 2004 से 2008 के बीच हुआ था। उस वक्त आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। वहीं, उनके ओएसडी आरजेडी नेता भोला यादव थे। सीबीआई ने बुधवार को दिल्ली से भोला यादव को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। उनके साथ हृदयानंद की भी गिरफ्तार हुई है। सीबीआई दोनों को एक हफ्ते की रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है।
इस मामले में कई और खुलासे हो सकते हैं। सीबीआई उन सभी लोगों की तलाश कर रही है, जिन्होंने जमीन देकर रेलवे में नौकरी पाई थी। हृदयानंद उनमें से एक है। आने वाले दिनों में लालू परिवार की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
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