Press "Enter" to skip to content

आंखफोड़वा कांड के खिलाफ चिराग पासवान ने उठाए नितीश सरकार पर सवाल 

बिहार: मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में आज गुरुवार को पहुंचे चिराग पासवान, आंखफोड़वा कांड के मामले में  उन्होने कहा कि मौजूदा नितीश मंत्री के अंतर्गत मानवता या इंसानियत नाम कि कोई चीज़ नहीं बची हैं। उन्होने कहा कि अगर ऐसी घटना को देखकर भी अगर किसी व्यक्ति का दिल नहीं पिघलता और अगर किसी व्यक्ति का हृदया नहीं रोता हैं तो ये मान लीजिये कि उनके अंदर कि मानवता खत्म-सी हो गई हैं।इंसानियत के नाम पर यह घटना बहुत बड़ा धब्बा बताया है। मोतियाबिंद जैसे ऑपरेशन के लिए दिल्ली जाने वाले लोगों से नितीश कुमार का सवाल कि उन्हे दिल्ली जाने कि क्या जरूरत लेकिन अब इस घटना से साबित हो गया है कि मरीजों का दिल्ली जाना सही था, चिराग पासवान का वार नितीश कुमार पर। जो लोग दिल्ली ना जा पाए,गरीब परिवार के लोग, आज उनके साथ क्या हुआ उनकी आंखे ही निकाल दी गई। जिस आँख से दिखाई नहीं देता था उसे छोड़ दिखने वाली आँख का ऑपरेशन कर दिया गया।

मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल केसः 16 लोगों की निकाली गईं आंखें, मामला हुआ दर्ज | eye hospital case 16 people eye sight gone - Hindi Oneindia

चिराग पासवान ने दुख जताते हुए कहा कि लापरवाही कि हद्द ये हुई कि डॉक्टरों ने मरीजों कि आँखें ही निकाल दी। जिसके बाद इलाज़ कि गुंजाईस ही नहीं बचती। कुछ मरीजों ने बताया कि वो लोग निजी हस्पताल जैसे दृष्टि कुंज आदि  भी गए लेकिन वहां भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। आगे उन्होने कहा कि बाई आँख खराब है और आपने दाई आँख का ऑपरेशन कर दिया जिस कारण अब  तो दोनों आंखे ही खराब कर दी गई ।  चिराग पासवान ने आगे कहा कि आजतक इतने लोग मरे चाहे वो जहरीली शराब से हो या ये आंखफोड़वा कांड हो लेकिन आजतक नितीश कुमार एक भी पीड़ित परिवार से मिलने नहीं गए। आई हॉस्पिटल में भी जीतने लोगों ने दुष्कर्म किया हैं उनका मनोवल भी नितीश कुमार द्वारा ही बढ़ाया गया है क्यूंकी  इन्हे पता है कि इन पर कोई कार्यवाई नहीं होगी।चिराग पासवान द्वारा कहा गया कि बिहार कि स्वास्थ्य व्यवस्था एक व्यक्ति ने चौपट कर दी हैं और वो हैं मुख्यमंत्री नितीश कुमार । आई हॉस्पिटल कि व्यवस्था पर भी उन्होने सवाल उठाया  कि बेड कि हालत बहुत बुड़ी है और चादरे भी नहीं बदली जाती हैं। चिराग पासवान ने मुआवजे कि बात भी उठाई। मरीजों ने उनसे लगाई मदद कि गुहार और नितीश कुमार से यह अपील कि की वे खुद अस्पताल आए और पीड़ित  मरीजों की आंखो का उचित इलाज़ जल्द-से-जल्द करवाए।

Share This Article

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *