आमतौर पर पुलिस के कार्यव्यहवार को लेकर टिप्पणियां होते रहती हैं। बच्चे तो पुलिस से दूर ही रहना चाहते हैं। लेकिन, बगहा के रामनगर में एक पुलिस अधिकारी का स्कूली बच्चों को हमेशा इंतजार रहता है। इंतजार रहे भी भला क्यों नही जब ये पुलिस अधिकारी स्कूल पहुंचकर गुरुजी की भूमिका में आ जाते हैं।
पुलिस की वर्दी में दिख रहे ये गुरुजी बच्चों के लिए खास हैं। कभी पुलिस अंकल तो कभी गुरुजी। बगहा के रामनगर थाना में बतौर थानाध्यक्ष पदास्थित इंस्पेक्टर कपुरनाथ शर्मा स्कूली बच्चों के बीच इन दिनों काफी चर्चित हैं। 24 घंटे की पुलिसिया व्यस्तता के बीच जब भी फुर्सत मिलती वे बगल के स्कूल में पहुंच बच्चों को पढ़ाना शुरू कर देते हैं। वे कहते हैं पुलिस का मतलब केवल सख्ती बरतने वाला पदाधिकारी नहीं होता बल्कि लोगों की भावनाओं और समस्याओं को सुलझाने वाला पदाधिकारी भी है ।
पुलिस की सकरात्मक छवि के लिए रामनगर पुलिस का चर्चा हो रही है। अपने व्यस्ततम समय से निकालकर कुछ समय बच्चों को शिक्षा दान की पहल से बच्चे उत्साहित हैं। पुलिस पब्लिक रिलेशन को मजबूत करने के साथ ही आम जनमानस तक पहुंचने का एक बडा माध्यम भी बन गया है, जिससे बेहतर पुलिसिंग में मदद मिलेगी।
कैसे अपनी रक्षा करें, अपने माता-पिता का सम्मान आदर करें, गुरुजनों का आदर करें, अनजान व्यक्तियों भरोसा ना करें, बहुत सारी ऐसी बातें अपनी क्लास में बताना नही भूलते।
फाइनल-बेहतर पुलिसिंग का कल्पना तब ही सार्थक साबित होती है जब समाज के हर वर्ग के लोगों के विश्वास के साथ कर्तव्य निर्वहन किया जाय। ऐसे में रामनगर में पदास्थापित इस पुलिस अधिकारी की पहल लोगों का विश्वास जीतने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
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