दिल्ली में कोरोना वायरस का खौफ बढ़ता जा रहा है। 1 से 12 मार्च तक 12.29 लाख यात्रियों ने रेल यात्रा रद्द की है। इससे रेलवे को 85.03 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। दिल्ली यात्री आरक्षण प्रणाली से मिले आंकड़ों के मुताबिक, 1 से 12 फरवरी के बीच 7.25 लाख लोगों ने टिकट रद्द कराए थे। 1 से 12 तारीख की तुलना करें तो फरवरी के मुकाबले मार्च में 5.04 लाख यात्री घटे हैं।
टिकट रद्द कराने की वजह से 1 से 12 मार्च तक रेलवे को कुल 85.03 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जबकि 1 से 12 फरवरी के बीच रिफंड की वजह से रेलवे को 52.17 करोड़ का नुकसान हुआ था। रेलवे सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में यदि ऐसा ही चलता रहा तो नुकसान और बढ़ सकता है। विभाग की ओर से लगातार एहतियाती कदम भी उठाए जा रहे हैं।
पांच पीआरएस : भारतीय रेलवे में दिल्ली, मुंबई, सिकंदराबाद, गोवाहटी, कोलकता पांच यात्री आरक्षण प्रणाली यात्री (पीआरएस) हैं। इन पीआरएस से कहीं की भी टिकट बुक की जा सकती है। भारतीय रेलवे रोजाना 20 हजार ट्रेन चलाता है। रेलवे का सालाना राजस्व 1.97 लाख करोड़ है। मगर अब इसमें कमी आने की आशंका है।
पर्यटन उद्योग को 18 अरब के नुकसान की आशंका
कोरोना वायरस को लेकर विदेश से आने वाले पर्यटकों पर लगी रोक से पर्यटन क्षेत्र पर बुरा असर पड़ेगा। इससे 18 अरब रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। दिल्ली में मार्च और अप्रैल में डेढ़ लाख से अधिक विदेशी पर्यटक आते हैं। मगर इस बार कोरोना के संक्रमण की आशंका से विदेशी पर्यटकों के आने पर रोक लगाई गई है। फरवरी में एक लाख से अधिक पर्यटक दिल्ली यात्रा रद्द कर चुके हैं। पर्यटक न होने से होटल और गेस्ट हाउस खाली नजर आ रहे हैं।
बड़ा नुकसान होगा : इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के उपाध्यक्ष राजीव मेहरा ने दावा किया कि कोरोना वायरस के चलते ढाई लाख से अधिक विदेशी पर्यटक नहीं आएंगे, जिससे पर्यटन क्षेत्र को 18 अरब रुपये से अधिक का नुकसान हो सकता है।
राजीव मेहरा ने बताया कि ईस्टर पर्व पर जर्मनी, लंदन, स्पेन, इटली, सहित यूरोप के दूसरे देशों से बड़ी संख्या में पर्यटक भारत घूमने आते हैं। इस अवधि में डेढ़ लाख से अधिक पर्यटकों को आना था, लेकिन अब रोक लगा दी गई है। दिल्ली होटल महासंघ के सचिव सौरभ छाबड़ा ने बताया कि आने वाले दिनों में 70 फीसदी से अधिक गेस्ट हाउस खाली हो जाएंगे।
यात्रा समय में 15 मिनट घटे: दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, सड़कों पर पहले के मुकाबले वाहनों की संख्या कम हुई है। डीएनडी, आश्रम चौक, नोएडा लिंक रोड पर यात्रा के समय में 15 मिनट तक की कमी देखी जा रही है। करोना के डर से लोग घरों से कम ही निकल रहे हैं।
एनसीआर से आने वाले कम: मेट्रो सूत्रों की मानें तो कोरोना की आशंका से एनसीआर से मेट्रो द्वारा दिल्ली आने वाले यात्रियों की संख्या में मामूली कमी आई है। लोग सार्वजनिक वाहनों के मुकाबले अपने वाहन में आवाजाही कर रहे हैं।
Source: hindustan
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