मुंगेर में बाढ़ ने अब नए क्षेत्रों पर भी कब्जा जमाना शुरू कर दिया है। ऐसी ही हालत जिला मुख्यालय से लागभग 40 किलोमीटर दूर असरगंज प्रखंड की है। यहां बाढ़ के कारण बड़ी आबादी प्रभावित है।
गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी से असरगंज प्रखंड क्षेत्र के चोरगांव, ढोल, पहाड़ी और अमैया गांव के कई घरों में पानी घुस गया है। इससे ग्रामीणों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
इससे ग्रामीणों को खाने-पीने और पशु चारे की किल्लत हो चुकी है। प्रभावित परिवार अपना घर छोड़कर मवेशियों के साथ ऊंचे स्थान पर शरण ले चुके हैं।
कई अन्य परिवार घर छोड़कर अपने रिश्तेदार के यहां शरण लिए हुए हैं। क्षेत्र के अमैया एवं चोर गांव पंचायत के आधा दर्जन गांव के समीप सैकड़ों एकड़ जमीन में लगी धान की फसल पानी में डूब गए है।
वही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने बीडियो अमित कुमार, सीओ अनुज कुमार झा, अंचल निरीक्षक गौतम महतो, बी ओ ज्ञानेंद्र नारायण झा, पहुंचे।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की समस्या सुनी एवं उसके समाधान का आश्वासन दिया। बाढ़ पीड़ित लोगों ने कहा कि उन्हें तत्काल राहत सामग्री पशु चारा एवं सामुदायिक किचन के साथ-साथ छोटी नाव एवं चलंत शौचालय अविलंब उपलब्ध कराया जाए ।
मालूम की अभी तक प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार का सहायता यहाँ के बाढ़ पीड़ितों के बीच उपलब्ध नहीं कराई गई है। जिससे लोगों में काफी आक्रोश है
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