पटना : बिहार के ऊर्जा, योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा है कि बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर में कोई गड़बड़ी नहीं है। उपभोक्ता किसी भी तरह के भ्रम और भ्रांतियों से दूर रहें। विपक्षी दलों की ओर से स्मार्ट मीटर पर उठाए जा रहे सवालों पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ग्राहकों को सटीक और पारदर्शी सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं। बिहार में अब तक 56.03 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि इनमें से 18 लाख शहरी और 38.03 लाख मीटर ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए गए हैं। स्मार्ट मीटर के अधिष्ठापन की प्रक्रिया निविदा के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ की गई है। इसकी न्यायिक समीक्षा पटना हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी की गई है, जिसमें कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई।
मंत्री ने कहा कि स्मार्ट मीटर के बनने के बाद हर एक मीटर की जांच की जाती है। इन मीटरों की जांच आपूर्ति से पहले और बाद में बीआईएस की ओर से निर्धारित सैंपलिंग और टेस्टिंग प्रक्रिया के तहत की जाती है। ऊर्जा सचिव सह बिजली कंपनी के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने कहा कि उपभोक्ताओं के बीच स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए नए एवं पुराने मीटरों को भी कुछ समय के लिए लगाकर उनकी तुलनात्मक कार्यप्रणाली दिखाने की व्यवस्था की गई है।
बिजली कंपनियों के विभिन्न कार्यालयों में उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर की उपयोगिता समझाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए डिजिटल माध्यम, पंपलेट, नुक्कड़ नाटक आदि के जरिए जानकारी दी जा रही है। स्मार्ट मीटर लगाने में उपभोक्ताओं से कोई अतिरिक्त राशि नहीं ली जाती है। मासिक बिलिंग में तीन प्रतिशत की छूट दी जाती है। स्मार्ट मीटर लगाने के शुरुआती छह महीनों के दौरान लोड बढ़ने पर उपभोक्ताओं से किसी प्रकार की दंड राशि नहीं ली जाती।
Be First to Comment