भागलपुर : बिहार के भागलपुर स्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, कुमारबाग के छात्रों ने जानवरों की मॉनिटरिंग करने वाला ड्रोन तैयार किया है। इससे जंगली जानवरों की निगरानी के साथ उसकी मुवमेंट पर भी निगाह रखा जा सकेगा और उनकी तस्करी पर रोक लगेगी। ड्रोन का वजन बेहद कम है। इसके रखरखाव पर भी अधिक खर्च नहीं है। आवाज कम होने के कारण जानवरों को ड्रोन की भनक भी नहीं लगेगी।
ड्रोन निर्माण से जुड़े छात्र ऋषभ गुप्ता, अंशुमन कुमार, आदित्य कुमारी आदि ने बताया कि यह बिना आवाज किए उड़ेगा और जानवरों की तस्वीर से लेकर हर गतिविधियों को कैच करेगा। जंगल में किस जानवर की क्या हरकत है? उसका लोकेशन क्या है? इसे आसानी से ट्रेस किया जा सकेगा। छात्रों ने इस ड्रोन का प्रजेंटेशन आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी पटना और एनआईटी पटना में दिया है। कॉलेज के वरीय प्राध्यापक डॉ. योगेश्वर द्विवेदी ने बताया कि बीते दिनों नरकटियागंज में एसएसबी के डीआईजी ने भी कॉलेज आकर ड्रोन को देखा था। उन्होंने ड्रोन का वजन कम करने और आवाज पूरी तरह खत्म करने का सुझाव दिया है। ऐसा होने पर भारत-नेपाल सीमा पर तस्करी रोकने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
35 छात्रों का बना है ड्रोन क्लब
गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के 35 छात्रों का ड्रोन क्लब बना हुआ है। छात्रों की टोली ड्रोन का वजन व आवाज और कम करने का प्रयास कर रही है। इसका नेतृत्व स्टूडेंट कोऑर्डिनेटर ऋषभ गुप्ता, अंशुमन कुमार और आदित्य कुमारी कर रही हैं। शिक्षक के रूप में ट्रेनर वकार शाहिद हैं। वे छात्रों को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
आईआईटी बॉम्बे से करार
आईआईटी, बॉम्बे से गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, कुमारबाग का करार है। इसके तहत छात्रों को ऑनलाइन ट्रेनिंग देने का प्रावधान किया गया है। हाल ही में मुंबई की टेक्नो ब्राउन कंपनी से इंजीनियरिंग कॉलेज ने एमओयू किया है। यह कंपनी ड्रोन का निर्माण करती है। छात्रों के डिजाइन किये गये ड्रोन का निर्माण यह कंपनी करेगी।
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