हाजीपुर लोकसभा सीट: बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में 21 मई को वोटिंग हुई थी। यहां पर मुकाबला ‘मोदी के हनुमान’ चिराग पासवान और आरजेडी के शिव चंद्र राम के बीच है। देखना यह है कि चिराग पासवान इस सीट पर अपने पिता की विरासत को कैसे संभाल पाते हैं। गौरतलब है कि राम विलास पासवान ने हाजीपुर से आठ बार चुनाव जीता है।
सुबह 11:20 बजे: हाजीपुर में चिराग पासवान 11163 वोटो से आगे चल रहे हैं। उनके पीछे आरजेडी के शिवचंद्र राम हैं।
सुबह 11:00 बजे: हाजीपुर में चिराग पासवान ने बढ़त कायम कर ली है।
हाजीपुर में चुनावी समीकरण बेहद दिलचस्प रहा है। यहां पर मुख्य लड़ाई पासवान और रविदास के बीच रहती है। यहां तक कि रामविलास पासवान को भी रविदास जाति के उम्मीदवारों ने ही शिकस्त दी थी। साल 1984 में कांग्रेस के रामरतन राम और 2009 में जेडीयू के रामसुंदर दास ने रामविलास पासवान को हराया था। यह दोनों रविदास जाति से ही आते थे। इस बार रामविलास के बेटे चिराग के सामने भी रविदास जाति के ही उम्मीदवार शिवचंद्र राम चुनावी मैदान में खड़े हैं। शिवचंद्र राम बिहार के पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं।
हाजीपुर सीट के चुनावी इतिहास की बात करें तो साल 1977 के पहले यहां पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। हालांकि 1977 में जनता पार्टी की लहर में रामविलास पासवान ने यहां पर बड़ी जीत हासिल की थी जो एक रिकॉर्ड थी। वहीं, साल 2019 में रामविलास पासवान चुनाव नहीं लड़ा था। तब इस सीट पर उनके भाई पशुपति नाथ पारस उम्मीदवार बने थे और जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में एक वक्त तक चाचा-भतीजा की जंग के आसार बन रहे थे। लेकिन अंतत: समझौता हुआ और भतीजे को चाचा का आशीर्वाद मिल ही गया।
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