बुद्ध पूर्णिमा 2024: बिहार के बोधगया में 23 मई यानी कल गुरुवार को पूरे धूमधाम से भगवान बुद्ध की 2568 वीं जयंती मनाई जाएगी। बता दें कि वैशाख पूर्णिमा को त्रिविध जयंती भी कहा जाता है। इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म भी हुआ था, ज्ञान की भी प्राप्ति हुई थी और भगवान बुद्ध महापरिनिर्वाण को भी प्राप्त किए थे।
इस पावन अवसर पर बोधगया टेम्पल मैनेजमेंट कमिटी द्वारा भव्य तैयारी की गई है. महाबोधि मन्दिर और इसके परिसर को पंचशील पताको और रंगीन बल्बों से सजाया गया है. वहीं इस समारोह में विभिन्न देशों के लगभग 10 हजार से अधिक बौद्ध श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो इसका पूरा ध्यान रखा गया है. श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने से लेकर ठहरने और गया रेलवे स्टेशन से बोधगया तक आने-जाने का भी इंतजाम किया गया है।
वहीं बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर मौजूद रहेंगे. भगवान बुद्ध की जयंती समारोह की शुरुआत गुरुवार की सुबह 6:30 बजे बोधगया स्थित 80 फुट बुद्ध मूर्ति के पास से महाबोधि मंदिर तक बौद्ध भिक्षुओं और श्रद्धालुओं द्वारा शोभायात्रा के साथ की जाएगी।
सभी महाबोधि मंदिर में पवित्र बोधि वृक्ष के नीचे एकत्रित होकर पंचशील का पाठ करते हुए भगवान बुद्ध की पूजा-अर्चना करेंगे. इस बीच सुबह 10 बजे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल का आगमन होगा और उसके बाद दीप प्रज्वलित कर राज्यपाल जयंती समारोह का उद्घाटन करेंगे।
इसके बाद थेरवाद और महायान पंथ के बौद्ध भिक्षुओं व लामाओं द्वारा सूत पाठ किया जाएगा. वहीं बीटीएमसी द्वारा प्रकाशित वार्षिक पत्रिका प्रजना 2024 का लोकार्पण किया जाएगा. बुद्ध जयंती को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किया गया है. दो दिनों तक बोधगया को हाई सिक्योरिटी जोन में रखा गया है.
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