पटना: देशभर के कई स्टेशनों के नाम बदलने के बाद अब बिहार में स्कूलों का नाम बदलने की तैयारी शुरू कर दी गई है। शिक्षा विभाग ने राज्य के 70 हजार सरकारी स्कूलों का नाम बदलने की तैयारी की है और सबकुछ ठीक रहा तो इसी सत्र स्कूलों का नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
दरअसल, शिक्षा विभाग ने राज्य के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय और उत्क्रमित मध्य विद्यालय का नाम बदलने की तैयारी शुरू कर दी है। जुलाई के बाद इसी सत्र में स्कूलों का नाम बदलने का काम शुरू भी कर दिया जाएगा। इसको लेकर शिक्षा विभाग राज्य के सभी 38 जिलों से नवसृजित और उत्क्रमित विध्यालयों से जानकारी जुटाने में लगा है। इन स्कूलों के नाम राजकीय या देश और राज्य के महापुरुषों के नाम पर रखे जाएंगे।
ऐसे स्कूलों का नया नाम ई-शिक्षा कोष और यू-डायस पोर्टल पर एंट्री की जाएगी। इसके बाद ये स्कूल उसी नाम से जाने जाएंगे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इन स्कूलों का नाम बदलने के पीछे एक यह भी कारण है कि ई-शिक्षा कोष और यू-डायस पोर्टल में एंट्री करने के दौरान इन स्कूलों के बड़े-बड़े नाम होने से काफी परेशानी होती है। परेशानी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों का नाम बदलने कै फैसला लिया है।
भागलपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने बताया है कि भागलपुर के 430 नवसृजित और 116 उत्क्रमित विद्यालय के नाम बदलें जाएंगे जबकि बांका में 75 नवसृजित विद्यालय, लखीसराय के 308 नवसृजित और 194 उत्क्रमित विद्यालय, सुपौल के 542 नवसृजित और 407 उत्क्रमित विद्यालय के नाम बदले जाएंगे।
वहीं मुंगेर के 21 नवसृजित और 69 उत्क्रमित विद्यालय, अररिया के 160 नवसृजित और 100 उत्क्रमित और मधेपुरा के 219 स्कूलों के नाम बदले जाएंगे। इसके साथ ही सरकार अन्य जिलों में भी नवसृजित और उत्क्रमित स्कूलों का नाम बदलकर देश और राज्य के महापुरुषों के नाम पर करने की तैयारी कर रही है।
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