चैती छठ पूजा 12 अप्रैल से “नहाय-खाय” से शुरू होगा। छठ पर्व पर सूर्य देव और छठी मइया की पूजा की जाती है। 12 अप्रैल 2024 शुक्रवार को नहाय- खाय का पर्व 13 अप्रैल 2024 शनिवार को खरना का पर्व 14 अप्रैल 2024 रविवार को संध्या अर्घ्य 15 अप्रैल 2024 सोमवार को प्रातः अर्घ्य और पारण।
छठी मइया को डाभ नींबू पूजा में जरूर अर्पित करें. डाभ नींबू सामान्य नींबू से बड़ा होता है. इस नींबू का आकार बड़ा होता है जिसके वजह से जानवर इसे खा नहीं पाते है। इसलिए ये फल शुद्ध होता है. जिसके वजह से छठ पूजा में छठी मइया को डाभ नींबू अर्पित किया जाता है।
छठी मइया को केला काफी पसंद होता है. इसलिए छठ पूजा में छठी मइया को केला जरूर अर्पित करना चाहिए। छठी मइया को कच्चा या फिर सूखा नारियल जरूर अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और व्रती महिलाओं के ऊपर कृपा बरसाती है।
छठी मइया को सिंघाड़ा भी चढ़ाना काफी शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि छठ पूजा में छठी मैया को सिंघाड़ा चढ़ाने से घर में परिजनों के ऊपर छठी मैया का आशीर्वाद बना रहता है. छठी मइया को छठ पूजा में सुपारी जरूर अर्पित करें. ये काफी महत्वपूर्ण फल है. सुपारी के बिना कोई पूजा पूरी नहीं होती है. सुपारी मां लक्ष्मी को बेहद प्रिय है.
छठ पूजा में गन्ना होना आवश्यक है. क्योंकि ये छठी मइया के प्रिय फलों में से एक है. कई लोग गन्ने से घर बनाकर इसके अंदर बैठकर पूजा करते हैं. ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है.
Be First to Comment