मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में अपनी पहली एलुमनी मीट का आयोजन किया। एलुमनी मीट में विश्वविद्यालय के कई पूर्व छात्र, जो वर्तमान में विभिन्न विभागों में विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं, उन्होंने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप-प्रज्जवलन समारोह और स्वागत गीत के साथ हुई।
कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय ने पूर्ववर्ती छात्रों का स्वागत किया और कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण दिया। उन्होंने पूर्वछात्रों की बैठकें आयोजित करने के महत्व को भी रेखांकित किया। प्रो राय ने प्रतिभागियों को कार्यक्रम में शामिल होने और इसे सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि एलुमनी एसोसिएशन सदस्यों के लिए सांस्कृतिक और सामाजिक कल्याण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक-दूसरे के साथ संवाद करने और सहयोग करने का एक मंच बन जाएगा, जिससे छात्रों में परंपरा और विरासत की भावना विकसित होगी।
उन्होंने आश्वासन दिया कि वह भविष्य में पूर्व छात्रों की बैठकें आयोजित करना जारी रखेंगे, वहीं उन्होंने परिसर के विकास में अत्यंत जरूरी पूर्वछात्रों के सहयोग के महत्व पर चर्चा करते हुए बताया कि ऐसी बैठकें विश्वविद्यालय के साथ पूर्व छात्रों के संबंधों को मजबूत करने के लिए एक अच्छा कदम है। कुलपति प्रो. राय ने विश्वविद्यालय में शैक्षणिक उत्कृष्टता, छात्र माहौल और अनुसंधान और नवाचार गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए अपना संबोधन समाप्त किया। कुलपति प्रो. राय ने इस एलुमनी मीट के सफल आयोजन और पूर्व छात्रों से समन्वय के लिए आयोजन समिति, खासकर सचिव डॉ संजय कुमार सिन्हा, पूर्व आईएएस का धन्यवाद किया। पूर्व छात्र सदस्यों ने इस अग्रणी पहल के लिए वीसी प्रो. राय को सम्मानित किया।
एलुमिनाई मीट आयोजन समिति के सचिव पूर्व आईएएस डॉ. संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए बेहद खुशी की बात है कि विश्वविद्यालय में पहली बार एलुमनी मीट का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसमें कुलपति प्रो. राय की बड़ी भूमिका रही है और पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने कहा कि इसमें कुलपति प्रो. यूनिवर्सिटी की एसोसिएशन सक्रिय हैं। यह कुलपति प्रो. राय के प्रयास का नतीजा है कि पहली पूर्व छात्र बैठक संभव हो सकी है। डॉ. सिन्हा ने बैठक की थीम ‘रीयूनाइट, रीलाइव और रीइन्वेस्ट’ का हवाला देते हुए पूर्व छात्रों से अपने ज्ञान का योगदान देने के साथ-साथ विश्वविद्यालय के कोष को समृद्ध करने का आह्वान किया।
उन्होंने एसोसिएशन की कार्ययोजना के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि एलुमनी एसोसिएशन का ट्रस्ट के रूप में पंजीकरण करने, वेबपोर्टल बनाने के साथ ही अगले एक साल में एलुमनी एसोसिएशन में पच्चीस हजार पूर्व छात्रों को जोड़ने तथा पटना और दिल्ली चैप्टर एलुमनी मीट का लक्ष्य निर्धारित किया। एलुमनी मीट में ऑनलाइन मोड में भी पूर्व छात्र जुड़े तथा अपने विचार शेयर किया। जिनमें पूर्व आईएएस मोहन प्यारे, पूर्व आईएफएस अरुण वर्मा, विभिन्न ख्यातिप्राप्त विश्वविद्यालयों के कुलपति प्रो प्रगति कुमार, प्रो सुजाता शाही, प्रो. संजय चौधरी, तंजानिया से नीलाद्री चौधरी, यूएस से राजीव कुमार सिंह, अमित देव, जीजीयू बिलासपुर से डॉ अलका सिंह, विनय सिन्हा, प्रो. अमरेंद्र ठाकुर, 2023 बैच आईएएस प्रिंस कुमार,राजेंद्र कुमार सिंह, डॉ संजीव कुमार झा सहित अन्य शामिल रहे।
पूर्व छात्रों ने अपने संबोधन में अपने छात्र जीवन की यादें ताज़ा कीं और विश्वविद्यालय की प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने विश्वविद्यालय को उसके सभी प्रयासों में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
एलुमनी मीट में ही डॉ संजय सिन्हा ने अपने पिताजी एलएस कॉलेज के पूर्व प्राध्यापक प्रो शशिभूषण प्रसाद सिन्हा के नाम पर शुरू किए गए छात्रवृति की छत्तीस हजार की राशि कुलपति प्रो. राय को सौंपी जिसे कुलपति ने लंगट सिंह कॉलेज के प्राचार्य को दिया। कार्यक्रम के दूसरे हिस्से में विश्वविद्यालय सांस्कृतिक टीम की प्रस्तुतियों ने समा बांधा। एलएस कॉलेज के प्राचार्य और बीआरएबीयू के पूर्व छात्र प्रो.ओमप्रकाश राय ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के पास शानदार पूर्व छात्रों की एक लंबी सूची के साथ एक गौरवशाली अतीत है। विश्वविद्यालय ने उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन अब, वीसी प्रो. राय के नेतृत्व में अपनी खोई हुई गरिमा को बहाल करने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है।
मंच संचालन कुलसचिव प्रो. संजय कुमार ने किया। बैठक में भाग लेने वालों में प्रो. केके सिन्हा, एलएन मिश्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के रजिस्ट्रार डॉ. शरतेन्दु शेखर, आईक्यूएसी निदेशक प्रो. कल्याण कुमार झा, पीआरओ प्रो. राजीव झा, प्रो. प्रमोद कुमार, प्रो राजीव कुमार, प्रो कनुप्रिया, प्रो. अमिता शर्मा, प्रो. टीके डे, डॉ पायोली, डॉ. नवीन कुमार, डॉ. इम्तेयाज, डॉ अमर शुक्ला सहित अन्य उपस्थित रहे।
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