पटना: शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि आठवीं उत्तीर्ण बच्चों का 9वीं में नामांकन उसकी अपनी पंचायत के उच्च माध्यमिक विद्यालय में ही कराएं। इसको लेकर प्रचार-प्रसार कराएं कि बच्चे अपनी ही पंचायत के उच्च माध्मयिक विद्यालय में नामांकन कराएं। सभी विद्यालयों में शिक्षकों का पदस्थापन कर दिया गया है। अपनी पंचायत से बाहर के विद्यालय में नौवीं में नामांकन विशेष परिस्थिति में अभिभावकों के अनुरोध पर होगा। इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी के स्तर से विद्यालय स्थानांतरण प्रमाणपत्र पर प्रति हस्ताक्षर आवश्यक होगा। इसके पीछे मकसद यही है कि बच्चे अपनी ही पंचायत के विद्यालयों में पढ़ाई करें।
इसको लेकर विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी किया है। उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को कहा गया है कि वह सुनिश्चत करेंगे कि दूसरी पंचायत में अवस्थित विद्यालय से आठवीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को नामांकन उनके यहां नहीं हो रहा है। विभाग ने यह भी साफ किया है कि आठवीं की वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले विद्यार्थियों का नामांकन नौवीं कक्षा में नहीं कराएं। क्योंकि, संभवत: ऐसे विद्यार्थी फर्जी हैं और सिर्फ सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए नामांकन चाहते हैं।
जहां से 8वीं पास किया, वहीं नामांकन लें
विभाग ने यह भी कहा कि जिन विद्यालयों में नौवीं की पढ़ायी होती है, वहां से आठवीं उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का वहीं पर नामांकन कराएं। जिस विद्यालय में नौवीं की पढ़ाई नहीं होती है, उन्हें उसी पंचायत के उच्च माध्यमिक विद्यालयों से टैग करें।
शहरी क्षेत्र में स्कूल टैग होंगे
शहरी क्षेत्र के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नामांकन के लिए भी संबंधित मध्य विद्यालयों से उसे टैग किया जाएगा। विभाग ने कहा है कि जिलों के पदाधिकारी संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक कर वहां की आधारभूत संरचनाओं का आकलन करें। जरूरत के अनुसार विद्यालयों में अतिरिक्त कमरों का निर्माण कराएं। तत्काल जरूरत हो तो प्री-फैब स्ट्रक्चर (स्टील ढांचा) से कमरों का निर्माण कराएं।
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