पटना: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही राजनीतिक दल अपने-अपने उम्मीदवारों नाम का ऐलान करने में लगे हैं। एनडीए ने जमुई लोकसभा सीट फिर से लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास को दिया है जहां से चिराग पासवान ने निवर्तमान सांसद हैं। लेकिन इस बार चिराग पासवान हाजीपुर जा रहे हैं। एलजेपीआर में जमुई को लेकर अपना पत्ता खोल दिया है। यहां से पार्टी अरुण भारती को मैदान में उतरेगी। लालू यादव की पार्टी राजद ने अर्चना भारती को महागठबंधन उम्मीदवार के रूप में लड़ाने का फैसला किया है।
इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सीट शेयरिंग के फार्मूले के मुताबिक जनता दल यूनाइटेड को 16 सीट, भारतीय जनता पार्टी को 17 और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास को पांच सीटें दी गई हैं। चिराग पासवान के हिस्से में हाजीपुर के अलावा जमुई, वैशाली, समस्तीपुर और खगड़िया की सीटें आई हैं। चिराग खुद हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे। इस बीच उन्होंने जमुई को लेकर भी प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। जमुई सीट पर उनकी पार्टी से अरुण भारती चुनाव लड़ेंगे। अरुण भारती 25 मार्च को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
राजनैतिक गलियारे में सरगर्मी जोरों पर है कि अरुण भारती कौन हैं। क्योंकि इससे पहले उनके नाम की चर्चा कहीं नहीं हो रही थी। दरअसल अरुण भारती चिराग पासवान के बहनोई हैं जिन्हें चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर उतारा जा रहा है। जमुई के लोग चिराग पासवान से सीट नहीं छोड़ने का आग्रह कर रहे थे। इसे देखते हुए चिराग पासवान ने अपने परिवार के ही अरुण भारती को जमुई चुनाव लड़ने के लिए भेजा है।
इधर वैशाली, खगड़िया और समस्तीपुर को लेकर हलचल बनी हुई है। चिराग पासवान ने इन सीटों पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। समस्तीपुर से चिराग के चचेरे भाई प्रिंस पासवान निवर्तमान सांसद हैं। बताया जा रहा है कि प्रिंस चिराग के संपर्क में हैं। उन्होंने चाचा पशुपति पारस का साथ छोड़ दिया है। खगड़िया सीट पर 2019 में लोजपा के महबूब अली कैसर ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने भी पारस खेमा को छोड़ दिया है और चिराग पासवान के संपर्क में हैं। वैशाली से वीणा देवी निवर्तमान सांसद हैं। वह पहले ही चिराग पासवान की पार्टी ज्वाइन कर चुकी हैं। हालांकि लोजपा जब लोजपा टूटी थी तो इन्हीं का आवास पशुपति पारस के लिए केंद्र बना था। पार्टी तोड़ने वालों से चिराग पासवान बदला लेने के मूड में भी दिख रहे हैं। लेकिन चर्चा है कि वीणा देवी को फिर से मौका दिया जा सकता है।
इस बीच चिराग पासवान परिवार के साथ शिरडी साईं बाबा का दर्शन करने गए हैं ।माना जा रहा है कि चुनाव अभियान शुरू करने से पहले वह बाबा का आशीर्वाद लेना चाहते हैं ताकि नरेंद्र मोदी के मिशन 400 पर को साकार किया जा सके।
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