पटना: लालू परिवार का एक और सदस्य अब राजनीति के सियासी दांव-पेंच चलते हुए दिख सकता है। दरअसल, रविवार (3 मार्च) को पटना के गांधी मैदान में आयोजित हुई जन विश्वास रैली में राजद सुप्रीमो लालू यादव के साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दोनों बेटे (तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव) और बेटी मीसा भारती के अलावा रोहिणी आचार्य भी नजर आई।
मंच से लालू ने रोहिणी का हाथ पकड़कर आगे लाए। कहा जा रहा है कि राजद सुप्रीमो ने जनता के सामने अपनी बेटी को लॉन्च किया है। आगामी लोकसभा चुनाव में रोहिणी बिहार की किसी सीट से चुनाव भी लड़ सकती हैं। बता दें कि लालू परिवार में लालू यादव के अलावा उनकी पत्नी, दोनों बेटे और बेटी मीसा भारती पहले से राजनीति में हैं। अब रोहिणी की भी लॉन्चिंग भी हो गई है। रोहिणी उस वक्त से चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने अपने पिता लालू यादव को किडनी देकर उनकी जान बचाई थी।
लालू ने अपने संबोधन के दौरान जनता को रोहिणी का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि यह मेरी बेटी है. इसका नाम रोहिणी आचार्य है. इसी बेटी की वजह से मैं आज जिंदा हूं। आपके सामने खड़ा हुआ हूं. इसी बेटी ने मुझे अपनी किडनी दी है. इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को बुलाकर कहा कि इसने इस रैली को सफल बनाने के लिए काफी मेहनत की है। राजद सुप्रीमो ने अपने दोनों बेटों तेज प्रताप और तेजस्वी यादव की तारीफ करने से भी नहीं चूके. उन्होंने कहा कि तेजस्वी बहुत मेहनती है। उसने महागठबंधन सरकार में काफी अच्छा काम किया था। उनकी वजह से काफी सरकारी नौकरियां मिली हैं।
वहीं महागठबंधन की रैली से ठीक इससे एक दिन पहले यानी शनिवार (2 मार्च) को ही बिहार की धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवारवादी पार्टियों पर जोरदार हमला बोला था। प्रधानमंत्री ने कहा था कि परिवारवादी पार्टियां इस देश का भला नहीं कर सकती हैं। पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए लालू यादव ने कहा कि ये नरेंद्र मोदी आजकल परिवारवाद पर हमला कर रहा है। तुमको क्यों कोई संतान नहीं हुआ बताओ। ज्यादा संतान होने वाले लोगों को बोलता है कि परिवार के लिए लोग लड़ रहे हैं। तुम्हारे पास परिवार नहीं है. सियासी पंडितों का कहना है कि लालू यादव ने रोहिणी आचार्य को लॉन्च करके खुद से पीएम मोदी को एक और बड़ा हथियार दे दिया है. अब पीएम मोदी इसे लोकसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बना सकते हैं।
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