फरवरी का दूसरा प्रदोष व्रत जल्द आने वाला है। इस महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को दूसरा प्रदोष व्रत पड़ रहा है। प्रदोष व्रत बुधवार को पड़ रहा है, इसलिए इसे बुध प्रदोष व्रत कहा जाएगा। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत करने से साधक के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
शुभ मुहूर्त-
त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ – फरवरी 21, 2024 को 11:27 ए एम बजे
त्रयोदशी तिथि समाप्त – फरवरी 22, 2024 को 01:21 पी एम बजे
दिन का प्रदोष समय – 06:02 पी एम से 08:33 पी एम
प्रदोष पूजा मुहूर्त – 06:02 पी एम से 08:33 पी एम
अवधि – 02 घण्टे 31 मिनट्स
पूजा-विधि
स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण कर लें। शिव परिवार सहित सभी देवी-देवताओं की विधिवत पूजा करें। अगर व्रत रखना है तो हाथ में पवित्र जल, फूल और अक्षत लेकर व्रत रखने का संकल्प लें। फिर संध्या के समय घर के मंदिर में गोधूलि बेला में दीपक जलाएं। फिर शिव मंदिर या घर में भगवान शिव का अभिषेक करें और शिव परिवार की विधिवत पूजा-अर्चना करें। अब प्रदोष व्रत की कथा सुनें। फिर घी के दीपक से पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की आरती करें। अंत में ॐ नमः शिवाय का मंत्र-जाप करें। अंत में क्षमा प्रार्थना भी करें।
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