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पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी के जन्मदिन पर बेटे सम्राट चौधरी ने जलाए 88 दीपक

पटना: बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के पिता और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी का जन्मदिन गुरुवार को समारोह पूर्वक उनके आवास पर मनाया गया। इस मौके पर पर भाजपा नेताओं ने 88 दीपक जलाए और 88 नारियल फोड़े। सम्राट के आवास पर आयोजित समारोह में भाजपा के कई दिग्जज पहुंचे और शकुनी चौधरी को जन्मदिन की बधाई दी। सियासी गलियारे में इसे चुनावों से पहले लव कुश समीकरण को साधने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है। शकुनी चौधरी लालू यादव और नीतीश कुमार के पुराने मित्र हैं और दोनों की सरकार में मंत्री भी रहे।

अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का सपना हुआ पूरा', शकुनी चौधरी ने जन्मदिन  पर जलाए 88 दीपक,  shakuni-chaudhary-birthday-said-dream-of-construction-ram-mandir-has-been-fulfilled

गुरवार को आयोजित शकुनी चौधरी के जन्म दिवस समारोह में बिहार भाजपा के अनेक बसांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। पूर्व मंत्री को जन्मदिन कीशुभकामना देने वाले प्रमुख नेताओं में राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद राजीव प्रताप रूड़ी, सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, अजय निषाद, रमा देवी, पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार, नितिन नवीन, पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी व तारकिशोर प्रसाद आदि शामिल रहे। वहीं, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने शुभकामना संदेश भेजकर बधाई दी।सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे। लेकिन बाद में लालू यादव के साथ आ गए और उनकी सरकार में मंत्री बने। लालू से अलग होकर शकुनी चौधरी नीतीश कुमार की जदयू में शामिल हो गए और नीतीश कुमार ने भी उन्हें मंत्री बनाया। एनडीए से नीतीश कुमार के अलग होने के बाद लव कुश वोट को तोड़कर अपने पक्ष में लाना बीजेपी का महत्पूर्ण टारगेट है। इसी योजना के तहत कई नेताओं को पीछे छोड़कर सम्राट चौधरी को बिहार भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। अब उनके पिता के जन्मदिन पर भाजपा नेताओं का उत्साह दिख रहा है।  राम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पहले बीजेपी ने बिहार से अयोध्या के लिए लव कुश रथ यात्रा निकाली। इस रथ को पटना से रवाना किया गया जो बिहार के सभी 38 जिलों से गुजरेगी और राम का संदेश देने के साथ 2024 के चुनावी एजेंडा पर भी काम करेगी। 22 जनवरी को यह रथ अयोध्या पहुंचेगी। कुर्मी कुशवाहा समाज को साधने के लिए इसे बीजेपी के मास्टर स्ट्रोक के रूप में देखा जा रहा है।

 

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