मुजफ्फरपुर। अब नई दिल्ली के लोग मुजफ्फरपुर की शाही लीची का स्वाद लेंगे। बुधवार को दरभंगा से बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के नाम पर चलने वाली 02565 स्पेशल टे्रन में पहली खेप 40 लीची की पेटियां लोड कर भेजी गईं। लीची की पेटियों को पार्सल वैन में चढ़ाने के दौरान पांच मिनट ट्रेन स्टेशन पर रुकी। इससे रेलवे को लाख रुपये की आय हुई।
गुरुवार से पार्सल काउंटर पर मुंबई भेजने के लिए लीची की पेटियों की बुकिंग होने की उम्मीद है। व्यापारियों ने कहा कि लीची भेजने के समय लॉकडाउन के कारण ट्रेनों का परिचालन बंद था। सड़क मार्ग से भी नहीं भेजी गईं। इस बार लीची के व्यापार में घाटा लग गया है। अब यहां की लीची दिल्ली भेजी जा रही है। कर्मियों ने कहा कि मुंबई भेजने के लिए व्यापारी पूछताछ करके गए।
माननीयों के लिए बेहतर शाही लीची उपलब्ध कराने का निर्देश
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री समेत अन्य माननीयों को बेहतर गुणवत्ता वाली शाही लीची उपलब्ध कराने का निर्देश है। हालांकि, बेहतर गुणवत्ता वाली शाही लीची मिल नहीं रही है और उद्यान विभाग के अधिकारी शाही लीची की तलाश में पसीना बहा रहे हैं। मंगलवार को समाहरणालय में डीडीसी उज्ज्वल कुमार सिंह की अध्यक्षता में लीची टास्क फोर्स की बैठक हुई। इसमें डीडीसी ने माननीयों के लिए लीची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
बैठक में लीची की बिक्री और परिवहन पर चर्चा हुई। बिहार लीची उत्पादक संघ अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने कहा कि इस बार मौसम की मार से शाही लीची की खेती प्रभावित हुई है। इस बार शाही लीची की गुणवत्ता भी ठीक नहीं रही। बैठक में सहायक निदेशक उद्यान अरुण कुमार ने कहा कि शीघ्र ही लीची बाग का सर्वे कराया जाएगा। मौके पर आरके केडिया व मालती सिंह आदि मौजूद थे।
Input: Jagran
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