Press "Enter" to skip to content

कुदरत का तोहफा है मुंगेर का ऋषिकुंड, तस्वीरों में देखें मलमास मेले में आपके लिए क्या है खास..

मुंगेर: मुंगेर जिला के बरियारपुर प्रखंड में स्थित ऋषि कुंड पयर्टकों को अपनी ओर काफी ज्यादा लुभाता है. हरियाली की छटा बिखेरती ऋषि कुंड अपने गर्भ में रामायण काल की धर्म गाथा समेटे हुए तपो स्थल के रूप में मशहूर होने के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रूप में भी पर्यटक को ऋषि कुंड आने के लिए मजबूर करती है।

मुंगेर का ऋषिकुंड

 

जिस स्थल पर रामायण काल में विभांडक ऋषि एवं श्रृंगी ऋषि जैसे महान मुनियों ने तप किया हो वह स्थल स्वयं पूजनीय हो जाता है. साथ ही साथ प्रत्येक 3 वर्ष पर मलमास मेला का आयोजन होते ही प्रशासन भी पूरी तरह सक्रिय हो जाता है।  राजगीर के बाद ऋषिकुंड में ही मलमास मेला का आयोजन होता है जहां पर मलमास के दौरान रोजाना कई हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा पाठ करने के लिए श्रद्धा के साथ आते हैं।

मुंगेर का ऋषिकुंड

प्रत्येक तीन वर्षों पर आयोजित होने वाला मलमास मेला 18 जुलाई से शुरू है जो 16 अगस्त तक चलेगा. इस दौरान दूर-दूर से श्रद्धालु ऋषिकुंड की तपोभूमि का दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं।

ऋषि कुंड में जितने भी गर्म जल के कुंड हैं, सभी कुंड में जल का तापमान अलग-अलग है. किसी कुंड में जल का तापमान काफी कम है। जिस पानी से कोई भी श्रद्धालु आराम से स्नान कर लेते हैं. इसके उलट जिस कुंड के जल का तापमान ज्यादा है उस जल से जाड़े में भी स्नान करने में जल का तापमान सहने में थोड़ी मुश्किल होती है. इसके बावजूद श्रद्धालुओं की ऋषि कुंड के प्रति इतनी ज्यादा श्रद्धा है कि ऋषि कुंड मलमास मेला में आने से अपने आप को रोक नहीं पाते हैं।

मुंगेर का ऋषिकुंड

मलमास मेला के दौरान कई प्रकार की दुकानें भी सजायी गयी है, जहां महिला, पुरुष एवं बच्चे अपने पसंदीदा समान, मिठाई व चाट का आनंद लेते हैं. इस दौरान श्रद्धालु यहां के प्राकृतिक छटाओं का आनंद भी उठा रहे हैं।

जमालपुर-सुल्तानगंज रेलखंड के बीच ऋषि कुंड रेल हॉल्ट से 6 किलोमीटर की दूरी तय कर ऋषि कुंड पहुंच सकते हैं।  ऋषि कुंड हॉल्ट पर कई पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव भी होता है. ट्रेन से उतरने के बाद कई टोटो रिक्शा ऋषि कुंड जाने के लिए मिल जाता है. वैसे पूर्व में बरियारपुर मुंगेर राष्ट्रीय राजमार्ग 80 में काली स्थान के समीप से ही छोटी वाहन गाड़ी सीधे ऋषि कुंड का पहुंचाया करती थी परंतु ऋषि कुंड हॉल्ट के समीप रेल पुलिया की मरम्मत की हो रही है जिस कारण कालीस्थान से आप सीधे वाहन के द्वारा ऋषि कुंड नहीं जा सकते हैं।

ऋषि कुंड में बहने वाले औषधि युक्त गर्म जल से अपने रोगों को दूर करने के लिए भी श्रद्धालु आते हैं. ऐसी मान्यता है कि यहां के गर्म जल में नहाने से त्वचा रोग की समस्या भी खत्म हो जाती है. यहां जितने भी छोटे-छोटे कुंड हैं सभी कुंड के जल का तापमान अलग-अलग है और यहां के गर्म जल में बना भोजन बहुत स्वादिष्ट होता है।

ऋषिकुंड और सीताकुंड को मिलेगा पर्यटन स्थल का दर्जा जानिए क्‍या है सरकार की  योजना - Rishikund and Sitakund of Munger will get tourist status

सड़क मार्ग से ऋषि कुंड

बरियारपुर मुंगेर राष्ट्रीय राजमार्ग 80 में नौवागढ़ी मस्जिद मोड़ से पाटम गांव होते हुए 9 किलोमीटर की दूरी तय कर वाहन से ऋषि कुंड पहुंच सकते हैं।  बरियारपुर खड़गपुर एनएच 333 मार्ग में बहादुरपुर शिवाला एवं लोहची बाजार से 11 किलोमीटर की दूरी तय कर वाहन से ऋषिकुंड पहुंच सकते हैं।

rishi kund munger photos as malmas mela in bihar tourist place and  importance of jharna skt | PHOTOS: कुदरत का तोहफा है मुंगेर का ऋषिकुंड,  तस्वीरों में देखें मलमास मेले में आपके

Share This Article
More from BIHARMore posts in BIHAR »
More from MUNGERMore posts in MUNGER »
More from ReligionMore posts in Religion »
More from STATEMore posts in STATE »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *