पटना: नीतीश सरकार के वित्त मंत्री विजय चौधरी और योजना विकास मंत्री बिजेंद्र यादव ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला किया है। दोनों मंत्रियों ने दावा किया है कि नरेंद्र मोदी की सरकार एनडीए से अलग होने का बदला ले रही है। राजनैतिक वैमनस्यता में बिहार को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि केंद्रीय मदद में कमी से बिहार को 91 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। दोनों मंत्रियों ने दावा किया कि एनडीए से अलग होने की वजह भी यह थी।
राजधानी पटना में मंगलार को दोनों मंत्रियों ने प्रेस कांफ्रेंस किया। वित्त मंत्री विजय चौधरी और योजना विकास मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि जहां बिहार की हक मारी वहां क्यों रहना । वित्त मंत्री ने कहा कि गरीबी कम करने के मामले मे बिहार देश में अव्वल यह राष्ट्रीय औसत से दोगुना है। पूरे देश में जितने लोग गरीबी रेखा से बाहर गए उनमें 16.5 फीसदी सिर्फ बिहार के हैं। उन्होंने कहा भाजपा नेता एक भी योजना बताएं जो बिहार के लिए विशेष रूप से तैयार की गई हो या फिर जिस योजना के तहत सिर्फ बिहार को अलग से मदद की गई हो। सिर्फ गलत सलत दावा किया जाता है कि बिहार के लिए यह कर दिया तो वह कर दिया।
राज्य का विकास भाजपा को पच नहीं रहा
इससे पहले योजना एवं विकास मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा था बिहार का विकास भाजपा को पच नहीं रहा है। इसलिए बिहार में रिकॉर्ड गरीबी कम होने की बात उन्हें हजम नहीं हो रही। यह तो गर्व का विषय था, जिसपर भाजपा नेता राजनीति कर रहे हैं। उन्हें हैरानी है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने इतनी बड़ी उपलब्धि कैसे हासिल कर ली? मंत्री ने कहा कि यदि केन्द्र सरकार के सहयोग और उनकी योजनाओं से ही गरीबी में रिकॉर्ड कमी आई है तो फिर यूपी-एमपी समेत तमाम भाजपा शासित राज्य बिहार से पीछे क्यों रह गए? क्या उन्हें केन्द्र की मोदी सरकार ने सहायता नहीं दी? या फिर उनकी जगह बिहार को अतिरिक्त सहायता दे दी। भाजपा नेताओं को बताना चाहिए कि केन्द्र सरकार ने बिहार को अलग से किस योजना के तहत मदद की है। बिहार के लिए क्या नया हुआ है जो अन्य राज्यों के लिए नहीं किया गया।
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