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IRCTC घोटाला केस में सुनवाई टली, फिलहाल राहत में लालू-राबड़ी-मीसा-तेजस्वी; 22 जुलाई को अगली तारीख

पटना: लालू यादव के केंद्र सरकार में रेल मंत्री रहते हुए चर्चित आईआरसीटीसी घोटाले से जुड़ी बड़ी खबर है। इस मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट द्वारा आज शनिवार की सुनवाई डाल दी गई है। अब 22 जुलाई को अगली सुनवाई होगी। इस मामले में चार्ज फ्रेमिंग को लेकर सुनवाई होनी थी। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव राबड़ी देवी डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और लालू की बेटी निशा भारती समेत कई रेलवे के अधिकारी इस घोटाले में अभियुक्त हैं।  सभी के सभी अभियुक्त फिलहाल जमानत पर हैं।

IRCTC घोटाला केस में सुनवाई टली, फिलहाल राहत में लालू-राबड़ी-मीसा-तेजस्वी;  22 जुलाई को अगली तारीख

क्या हुई गड़बड़ी

भारतीय रेल का चर्चित आईआरसीटीसी घोटाला घोटाला तब हुआ था जब केंद्र की यूपीए सरकार में लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे।  2004 से 2009 के बीच लालू भारत के रेल मंत्री रहे। उस समय रेलवे बोर्ड ने विभाग के सभी होटलों और ट्रेनों में कैटरिंग सेवा आईआरसीटीसी को सौंप दिया था। इसी दौरान झारखंड के रांची और उड़ीसा के पुरी में स्थित होटलों के टेंडर में गड़बड़ी की बात सामने आई। सीबीआई इस कांड की जांच कर रही है।  लंबी बहस के बाद अभियुक्तों के खिलाफ आरोप तय करने के बिंदु पर सुनवाई हो रही है। सीबीआई के वकील को अपना पक्ष रखना है।

क्यों टली सुनवाई

बताया जा रहा है कि इस मामले के वकील आज किसी दूसरे काम में व्यस्त हैं। इस वजह से वह कोर्ट नहीं आ सके। कहा गया कि रेलवे अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन मंजूरी हासिल करने में एक महीने का समय लगेगा।  इसके कारण सीबीआई अदालत दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सुनवाई  टाल दिया  अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी।

क्या है IRCTC होटल घोटाला ?

लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान IRCTC होटल घोटाले का आरोप है। लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे। इस दौरान आईआरसीटीसी के रांची और पुरी स्थित दो होटलों को लीज पर निजी कंपनी सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। CBI ने आरोप लगाया था कि होटलों को प्राइवेट कंपनी को लीज पर देने के एवज में लालू परिवार को कंपनी ने पटना के बेली रोड स्थित करीब 3 एकड़ की कीमती जमीन मिली थी।

सीबीआई ने आरोप लगाया था कि पहले यह जमीन डिलाइट कंपनी को दी गई थी और उसके बाद जमीन को राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव की मालिकाना हक वाली लारा प्रोजेक्ट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को बेंच दी गई। रेलवे के होटलों को लीज पर देने की एवज में डिलाइट कंपनी को बेशकीमती जमीन दी गई और बाद में उस कंपनी से लारा कंपनी ने काफी कम कीमत में जमीन खरीद ली। डिलाइट कंपनी आरजेडी के कद्दावर नेता प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की है। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।

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