पटना: राजधानी पटना में मिनी ग’न फैक्ट्री का उद्भेदन हुआ है। गौरीचक के पियरिया गांव में तहखाने में यह फैक्ट्री चलाई जा रही थी। बिहार पुलिस ने इस मिनी ग’न फैक्टरी का उद्भेदन किया है। इस मामले में मौके से हथियार बनाने वाले दो शा’तिरों को गिर’फ्तार किया गया है। फैक्ट्री से 35 पि’स्टल बनाने के सामान और औजार जब्त किए गए हैं।
आरो’पितों की पहचान मूल रूप से मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह निवासी मोहम्मद चुन्ना और मोहम्मद अहसान के रूप में हुई है। फैक्टरी से लेथ मशीन, स्प्रिंग, प्लेट, रेती, ड्राई मशीन व हथियार बनाने वाली अन्य सामग्री बरामद की गई है। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान करने में जुट गई है। इसके अलावा पुलिस अब यह पता लगा रही है कि गिरोह अब तक कितने पिस्टल बाजार में खपा चुका है।
ग्रामीण एसपी सह प्रभारी सिटी एसपी, पूर्वी मसूद ने बताया कि पुलिस को 26 मई को सूचना मिली थी कि गौरीचक थाना क्षेत्र स्थित पियरिया गांव में दीपक सिंह के मकान में मिनी ग’न फैक्टरी का संचालन किया जा रहा है। इसकी जानकारी के बाद वरीय पुलिस अधिकारी के निर्देश पर पुलिस की टीम ने पियरिया गांव में छापा मारा तो पता चला कि मकान के भूतल स्थित एक तहखाने में मिनी गन फैक्टरी चलाई जा रही है। जिसके बाद हथियार बना रहे मोहम्मद चुन्ना और मोहम्मद अहसान को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, फैक्टरी से 35 पिस्टल बनाने का सामान बरामद किया गया है।
20 से 25 हजार रुपये में बेची जाती थी पिस्टल छानबीन में जानकारी मिली कि दीपक सिंह नाम के जिस शख्स के घर में मिनी गन फैक्टरी चलाई जा रही थी, उसे एक महीना पहले आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। गत चार महीने से फैक्टरी में हथियार का निर्माण जारी था। आरोपित पिस्टल का निर्माण कर उसे 20 से 25 हजार रुपये में अपराधियों को बेचते थे। कारीगरों को प्रत्येक हथियार के आधार पर रुपये मिलते थे। आरोपित मुंगेर से कच्चा माल लाकर लेथ मशीन की मदद से पिस्टल का निर्माण करते थे। हथियार बनाने के लिए कच्चा माल भी मुंगेर से लाया जाता था। पटना पुलिस कच्चा माल उपलब्ध करवाने वालों की पहचान के लिए मुंगेर पुलिस से जानकारी एकत्र कर रही है। आरोपित दीपक के संपर्क में कैसे आए इसका पता लगाया जा रहा है।
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