पटना: एक तरफ नीतीश कुमार विपक्षी एकता की मुहिम को मजबूत बनाने में जुटे हुए हैं और राज्यों में घूम-घूम कर विपक्षी नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं। कल ही नीतीश ने मातोश्री में शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। और फिर एनसीपी चीफ शरद पवार से भी मिले। लेकिन वहीं दूसरी नीतीश के इस मिशन पर बीजेपी लगातार हमलावर है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह शिवसेना (उद्धव ठाकरे) को भाजपा को धोखा देकर सरकार बनाने की सजा मिली, वैसे ही नीतीश कुमार को भी जनता सत्ता से बाहर कर पलटी मारने का दंड देगी।
नीतीश को मिलेगी धोखे की सजा- सुशील मोदी
सुशील मोदी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार और शरद पवार जैसे लोग शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने और महाराष्ट्र की शिंदे सरकार गिरने की उम्मीद में टकटकी लगाए बैठे थे, उन्हें सुप्रीम कोर्ट के फैसले से झटका लगा। मोदी ने कहा कि यही नहीं नीतीश कुमार ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात के लिए वह तारीख चुनी थी। जिस दिन सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आना था। और सोचा था कि सरकार गिरने का जश्न मुंबई में मनाकर विपक्षी एकता का गुब्बारा उड़ाएंगे।
‘विपक्षी एकता की बातें कर मन बहला रहे’
सुशील मोदी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार कर्नाटक में कांग्रेस और जेडी-एस को या पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी को कहां जोड़ पाए हैं। वो एक तरफ विपक्षी एकता की बातें कर अपना मन बहला रहे हैं और इधर बिहार में लोग डूबती नाव की तरह उनकी पार्टी छोड़ रहे हैं। बीजेपी का नीतीश की विपक्षी एकता पर तंज जारी है। तो वहीं नीतीश कुमार भी अपने मिशन पर लगे हुए हैं। मुंबई दौरे से पहले उन्होने ओडिशा में सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात की थी। हालांकि इस बैठक को शिष्टाचार भेंट बताया गया था। और किसी तरह कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई थी।
Be First to Comment