मुजफ्फरपुर: डॉक्टर को लोग धरती का भगवान मानते हैं। लेकिन मुजफ्फरपुर में एक झोलाछाप डॉक्टर की ला’परवाही से एक मरीज की जान चली गयी। सिर दर्द होने के बाद एक बच्ची को डॉक्टर के पास लाया गया था जहां डॉक्टर ने ऐसी सुई दी कि कुछ देर बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी और बच्ची की मौ’त हो गयी। मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के मथुरापुर पंचायत के रूपन पट्टी का यह मामला है जहां झोलाछाप डॉक्टर की करतूत सामने आई है। जहां एक बच्ची की तबीयत खराब होने के बाद डॉक्टर ने सुई दिया और थोड़ी देर के बाद अचानक उसकी तबीयत और बिगड़ने लगी। जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टर ने हाथ खड़ा कर दिया और कहा कि इसे बड़े अस्पताल में ले जाइए यहां अब इसका इलाज संभव नहीं है। परिजन बच्ची को लेकर सकरा पीएचसी गये जहां वहां के डॉक्टरों ने इलाज शुरु किया जिसके बाद बच्ची को मृ’त घोषित कर दिया।
बता दे कि मुजफ्फरपुर के इसी सकरा प्रखंड इलाके में चर्चित किडनी कांड हुआ था। जहां झोलाछाप डॉक्टर ने महिला की दोनों किडनी निकाली गयी थी। इसी इलाके में एक और झोलाछाप डॉक्टर ने मासूम बच्ची की जा’न ले ली है। परिजनों का सीधा आरो’प है कि झोलाछाप डॉक्टर का क्लीनिक में आसपास के ग्रामीण इलाज कराते हैं। लेकिन आज बच्ची की तबीयत बिगड़ने के बाद डॉक्टर ने कौन सी दवा दी कि बच्ची की मौ’त हो गयी। ऐसे डॉक्टर धरती पर भगवान के रूप में नहीं बल्कि शैतान के रूप में हैं। प्रशासन को ऐसे लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए। परिजनों का कहना है कि वे गरीब आदमी हैं किसको क्या कहें कहां-कहां से पैसे लेकर इलाज कराएं हैं लेकिन बच्ची को बचा नहीं पाए। बच्ची को उल्टी और सिर दर्द की शिकायत थी। डॉक्टर द्वारा बच्ची का इलाज ऐसा किया गया कि उसकी तबीयत बिगड़ती चली गयी। बाद में डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिये जिसके बाद दूसरे अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। इस घटना से परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। परिजन आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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