बिहार: होलिका दहन को लेकर पंचांग में इस बार मतभेद की स्थिति है। कहीं सोमवार की देर रात तो कहीं मंगलवार की शाम होलिका दहन किया जाएगा। हालांकि, होली सब जगह बुधवार को ही मनाई जाएगी।
मिली जानकारी के मुताबिक, फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, होलिका दहन के लिए भद्रामुक्त पूर्णिमा तिथि जरूरी है। पूर्णिमा तिथि छह मार्च की शाम 6:17 बजे आरंभ हो जाएगी और सात मार्च मंगलवार को शाम 6:09 तक रहेगी। इसलिए कुछ लोग सोमवार की देर रात तो कुछ लोग मंगलवार की शाम होलिका दहन करेंगे। हालांकि, होलिका दहन के लिए शुभ समय सात मार्च को शाम 6:24 से रात 8:51 तक बताया जा रहा है।
स्मृतिसार नामक शास्त्र के मुताबिक, जिस वर्ष फाल्गुन की पूर्णिमा तिथि दो दिन के प्रदोष को स्पर्श करे तब दूसरी पूर्णिमा यानी अगले दिन में होली जलानी चाहिए। इस बार पूर्णिमा तिथि छह और सात मार्च दोनों दिन प्रदोष काल का स्पर्श कर रही है। ऐसे में सात मार्च को होलिका दहन करना शुभ होगा।
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