पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बीच फोन पर बातचीत की खबरें हैं। इसके साथ ही अटकलें लगने लगी हैं कि क्या भारतीय जनता पार्टी अब नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस यानी एनडीए के पुरानी साथी से संपर्क साध रही है। हाल ही में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कुमार ने बातचीत की जानकारी दी है।
मंगलवार को कुमार ने बताया था कि शाह ने उन्हें बीती रात फोन किया था। उन्होंने जानकारी दी थी फोन राज्य में नए राज्यपाल के आने के बारे में बताने के लिए था। खास बात है कि इससे पहले दोनों नेताओं के बीच फोन पर 7 अगस्त 2022 को बात हुई थी। उस दौरान कथित तौर पर कुमार ने शाह को भरोसा दिया था कि वह एनडीए छोड़कर नहीं जा रहे हैं।
हालांकि, उन्होंने 9 अगस्त को ही एनडीए से दूरी बना ली और 10 अगस्त को नई सरकार के साथ बिहार के सीएम के तौर पर फिर शपथ ले ली। फिलहाल, बिहार में कुमार राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस समेत 7 दलों के साथ ‘महागठबंधन’ की सरकार चला रहे हैं। बिहार में फागू चौहान की जगह राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
क्या बोली जदयू
बिहार में समाधान यात्रा के दौरान कुमार ने फोन पर बातचीत की जानकारी दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसपर पार्टी के प्रवक्ता रणबीर नंदन ने कहा, ‘यह महज शिष्टाचार चर्चा थी…। नीतीश ने हमेशा गठबंधन धर्म का पालन किया है। जिसके साथ रहे पूरी ईमानदारी के साथ रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अगर आज भाजपा असुरक्षित महसूस कर रही है, तो वह खुद ही जिम्मेदार है।’
राजद का भी कहना है कि सीएम कुमार गठबंधन और ‘भाजपा मुक्त भारत’ को लेकर प्रतिबद्ध हैं। पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ‘महागठबंधन का साथ बहुत मजबूत है और कोई भी इसे तोड़ नहीं सकता। महागठबंधन महा उद्देश्य से तैयार की गई है।’ उन्होंने कहा, ‘नीतीश कुमार जी पहले ही कह चुके हैं कि वह भाजपा के साथ जाने के बजाए जान देना पसंद करेंगे।’
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