नवादा: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के मुखिया जीतनराम मांझी ने राज्य के पहले सीएम डॉ. श्रीकृष्ण सिंह उर्फ श्रीबाबू को भारत रत्न देने की मांग की है। मांझी इस वक्त बिहार में गरीब संपर्क यात्रा निकाल रहे हैं।
यात्रा के दूसरे दिन नवादा के खनवा में जनसभा को संबोधित करते हुए जीतनराम मांझी ने कहा कि श्रीबाबू गरीबों और दलितों के मसीहा थे। उन्होंने अछूत जातियों को छूआछूत से मुक्ति दिलाई और अस्पृश्यता को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई। उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए। यहां के पॉलिटेक्निक कॉलेज का नाम श्रीबाबू के नाम पर होना चाहिए। मांझी ने कहा कि श्रीबाबू ही वो व्यक्ति थे जिन्होंने अछूतों को झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में प्रवेश दिलाया था।
एक अन्य सभा में जीतन राम मांझी ने कहा कि हम लोग गरीबों से सीधा संपर्क करने आए हैं। सभी गरीबों को खेती और घर के लिए जमीन मुहैया के लिए वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करेंगे। लोगों ने मांझी को लिखित में अपनी समस्या से अवगत कराया। बता दें कि मांझी ने यात्रा की शुरुआत में लोगों से अपनी समस्याएं लिखित रूप से देने की अपील की थी ताकि उसे सरकार के समक्ष रखा जा सके। उन्होंने लोगों से 26 फरवरी को गया के गांधी मैदान में आने का आह्वान किया, जहां गरीब संपर्क यात्रा का समापन होगा।
इस दौरान जीतनराम मांझी के बेटे एवं नीतीश सरकार में एससी-एसटी कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन भी मौजूद रहे। सुमन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आप हमें मजबूत कीजिए ताकि आपकी समस्या का समाधान हम करवा सकें। लोग अपनी समस्या हम लोगों से साझा करें।
बिहार सरकार आपकी समस्या का समाधान करने के लिए तत्पर है। आप जब तरक्की करेंगे तभी बिहार भी तरक्की करेगा। यही हम(सेक्युलर) और गरीब जनसंपर्क यात्रा का मकसद है। इस पार्टी का गठन ही गरीबों के कल्याण के लिए हुआ। हम लोग दिन-रात गरीबों के उत्थान के लिए प्रयासरत हैं।
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