Press "Enter" to skip to content

मुजफ्फरपुर: शहर में जा’नलेवा बने बिना स्लैब के नाले, आए दिन गिरकर घा’यल हो रहे लोग

मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर शहर में सड़क किनारे खुले व कच्चे नाले हा’दसों को न्योता दे रहे हैं। पूर्व की घट’नाओं से भी नगर निगम सबक नहीं ले रहा है। निगम के रिकॉर्ड के मुताबिक, शहर में सात तरह के नालों की कुल लंबाई 137 किलोमीटर है। इसमें 6.26 किमी खुले व 9.96 किमी कच्चे नाले हैं।

10 दिनों में दो मौत समेत पांच हादसों के बाद डीएम ने कल बुलाई इमरजेंसी  मीटिंग | After five accidents including two deaths in 10 days, DM called an  emergency meeting yesterday - Dainik Bhaskar

कल्याणी चौक से फरदो व सिकंदरपुर मन से जुड़ा शहर का सबसे बड़ा खुला नाला सवा छह किमी लंबा है। ब्रह्मपुरा, कंपनीबाग, माड़ीपुर समेत अन्य इलाको में सड़क किनारे बने घरों के आगे खुला नाला बह रहा है। विशेषकर बरसात में नाले व सड़क का भेद मिट जाता है। नतीजतन स्थिति खतरनाक हो जाती है।

बीबीगंज नाला के आसपास सघन रिहायशी इलाका है। एनएच से शहर को जोड़ने वाली सड़क के किनारे नाला खुला है। आसपास जंगल-झाड़ होने से नालों का भी पता नहीं चलता है। विशेषकर रात में हा’दसे की आशंका बढ़ जाती है।

बीते दो महीने में दो हाद’से हो चुके हैं। करीब डेढ़ महीने पहले रात के समय पहले एनएच से ब्रह्मपुरा की ओर आ रहे यूपी के एक डॉक्टर की कार नाले में गिरकर दुर्घ’टनाग्रस्त हो गई थी। इसके अलावा एक अन्य कार भी दुर्घट’नाग्रस्त हो चुकी है।

वार्ड पार्षदों से भी खुले, जर्जर या कच्चे नालों की जानकारी मांगी गई है। सूचना मिलने पर निर्माण कराया जाएगा। हाल ही में शहर के सभी 49 वार्डो में सड़क-नाला को लेकर 25 करोड़ की योजना पास हुई है।

Share This Article
More from ADMINISTRATIONMore posts in ADMINISTRATION »
More from BIHARMore posts in BIHAR »
More from MUZAFFARPURMore posts in MUZAFFARPUR »
More from STATEMore posts in STATE »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *