भागलपुर: जिस मां बाप का हाथ पकड़ कर बेटा बड़ा हुआ, उसी पिता के जीवित रहते ही उसे मृ’त घोषित करते हुए जरा भी उसका दिल नहीं पसीजा. ऐसा ही एक मामला बिहार के भागलपुर से आ रहा है जहां एक बेटे ने छोटे से जमीन के टुकरे के लिए अपने जीवित पिता को मृ’त घोषित कर दिया।
बता दें 87 साल के परमेश्वर झा एक सेवानिवृत्त शिक्षक हैं. जो नवगछिया के तेतरी के रहनेवाले हैं. कुछ दिन पहले ने उनकी पत्नी का निधन हो गया. दोनों की दो संतानें हैं- एक बेटा और एक बेटी. लेकिन बेटा पत्थर दिल का निकला और बेटी दिल की सुनने वाली।
पिता ने बेटे को पढ़ाया लिखाया इस आशा में कि बुढ़ापे में जीवन की लाठी बनेगा उसी बेटे ने उनके जीवित रहते उन्हें मृ’त घोषित कर दर-दर की ठोकरें खाने को छोड़ दिया. यहां तक कि बेटा मां के निधन के चार दिन बाद आया था जिसके बाद जमीन बेच कर चलता बना. इस घ’टना से परमेश्वर झा अपने बेटे से इतने आहत हुए कि उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा।
जानकारी के अनुसार, बेटा रायपुर रहता है. नवगछिया के तेतरी गांव में सिर्फ आठ डिसमिल जमीन के लिए बेटे ने जीवित पिता को मृ’त घोषित कर जमीन बेच दी. पिता के पास जमीन के नाम पर यही आठ डिसमिल का एक जमीन था. वे फिलहाल इसी जमीन पर बने घर में रहते हैं. जब से बेटे की हरकत के बारे में पता चला है तब से वे गंभी’र रूप से बीमार हैं. फिलहाल वे भागलपुर के एक निजी हॉस्पिटल के आइसीयू में एडमिट हैं. इस मामले में नवगछिया थाने में आवेदन दिया गया है जिसपर शनिवार को सुनवाई होगी।
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