मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर शहबाज नदीम ने प्रथम श्रेणी के मैचों में 500 विकेट पूरे कर लिए। जमशेदपुर में खेले जा रहे छत्तीसगढ़ के खिलाफ मैच में दो विकेट लेकर नदीम ने अपने विकेटों की संख्या 501 कर ली है। ईस्ट जोन से यह 500 विकेट लेनेवाले दूसरे खिलाड़ी बन गए। इससे पहले, बंगाल क्रिकेट टीम के खिलाड़ी उत्पल चटर्जी ने 129 मैचों में 503 विकेट लिए हैं। नदीम मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के चंदवारा के रहनेवाले हैं। नदीम वर्तमान में झारखंड से खेलते हैं।
घरेलू मैचों में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे नदीम ने एक बार फिर से टीम इंडिया के सेलेक्टरों का ध्यान आकर्षित किया है। जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम में छत्तीसगढ़ के खिलाफ खेलते हुए नदीम ने दो विकेट झटक कर 500 विकेटों के क्लब में खुद को शामिल कर लिया है। शहबाज नदीम ने 129 मैचों में 500 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है। मुजफ्फरपुर के चंदवारा के मूल निवासी लेफ्ट आर्म स्पिनर शहबाज नदीम ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 500 विकेट झटक कर वह कीर्तिमान बनाया है, जो अब तक ईस्ट जोन में किसी गेंदबाज के नाम नहीं है। जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ के खिलाफ दो विकेट लेकर नदीम 500 के क्लब में शामिल हो गए हैं। इस उपलब्धि पर उनके माता-पिता खुश हैं, लेकिन मलाल है कि बेटे को वनडे में डेब्यू करते देखने का इंतजार लंबा होता जा रहा है।
वनडे टीम का हिस्सा बनेंगे नदीम- पिता
नदीम भारत की ओर से टेस्ट मैच खेल चुके हैं। नदीम ने 2019 में रांची में हुए साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट मैच में दो विकेट झटके और 45 रन भी बनाए थे। इसके बाद से नदीम की मां हुस्न आरा और पिता रिटायर डीएसपी जावेद महमूद और चाचा जुनैद आलम टीम इंडिया के चनयकर्ताओं से बड़ी उम्मीद लगाए बैठे हैं। मां हुस्न आरा कहती हैं, शहबाज के लिए खुदा से दुआ मांगती रहती हूं। पिता कहते हैं एक न एक दिन शहबाज वनडे टीम का हिस्सा जरूर बनेगा।
मुजफ्फरपुर के जेल चौक स्थित विन्देश्वरी कंपाउंड (चंदवारा) के निवासी नदीम ने अपने क्रिकेट कॅरियर की शुरुआत धनबाद से की। उन्होंने झारखंड से नेशनल अंडर-16, अंडर-19, विजय हजारे ट्रॉफी, रणजी ट्रॉफी और मुश्ताक अली ट्रॉफी खेला है। अब 33 वर्षीय नदीम वनडे टीम में जगह बनाने का प्रयास कर रहे हैं। अंडर-19 में भारत का प्रतिनिधत्व कर चुके नदीम अपने शानदार प्रदर्शन के बल पर आईपीएल में भी धूम मचा चुके हैं। वे आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड-ए टीम के खिलाफ खेलने वाली टीम इंडिया-ए का भी हिस्सा रहे हैं।
धनबाद स्टेडियम में शौकिया गेंद फेंकते थे नदीम के बड़े भाई अशहद इकबाल धनबाद से क्रिकेट खेलते थे। तब उनके पिता धनबाद डीएसपी थे। नदीम बड़े भाई के साथ अक्सर धनबाद स्टेडियम जाते थे। हालांकि, उस समय उनका क्रिकेट से कोई नाता नहीं था। भाई अशहद उससे शौकिया गेंद फेंकवाते थे। इसी दौरान बिहार सीनियर टीम के कप्तान गेंदबाज अविनाश कुमार और दरभंगा के बल्लेबाज तारिकुर्रहमान ने उन्हें बाएं हाथ से बॉल फेंकने के लिए प्रेरित किया। प्रतिभा के बल पर काफी कम समय में नदीम झारखंड की अंडर-16 और अंडर-19 टीम में आ गए।
वेंगसरकर ने कहा था- बॉलिंग एक्शन लाजवाब
एक बार जमशेदपुर कीनन स्टेडियम में ईस्ट जोन का कैंप चल रहा था। कोच ने नदीम को बॉलिंग एक्शन बदलने को कहा। वहीं खड़े महान क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने कोच को बुलाकर कहा, वह जैसे बॉलिंग कर रहा है, करने दो। इसका बॉलिंग एक्शन बेहतर ही नहीं, लाजवाब है। आगे चलकर यह लड़का अच्छा गेंदबाज बनेगा।
आरडीएस कॉलेज मैदान में क्रिकेट टिप्स भी दे चुके हैं
नदीम के पिता रिटायर होने के बाद जावेद महमूद चंदवारा स्थित विन्देश्वरी कम्पाउंड में परिवार के साथ रहने लगे। नदीम ईद और बकरीद में घर जरूर आते हैं। नदीम आरडीएस कॉलेज मैदान में होनहार क्रिकेटरों को टिप्स भी दे चुके हैं। कभी-कभार वे मुखर्जी सेमिनरी मैदान में क्रिकेटरों से अपने अनुभव साझा करते हैं।
चयनकर्ताओं पर टिकीं निगाहें, नदीम को उम्मीद
धनबाद। घरेलू क्रिकेट में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे नदीम को उम्मीद है कि चयनकर्ताओं की नजर उनपर पड़ेगी। नदीम ने हिन्दुस्तान से बातचीत में कहा कि उनका काम है बेहतर प्रदर्शन करना और वह पूरा फोकस इसी पर किए हुए हैं। नदीम ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच इंग्लैंड के खिलाफ 5-9 फरवरी 2021 तक खेला था, जिसमें उन्होंने दो विकेट झटके थे।
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